ChatGPT ने बताया मनोज मुंतशिर की जगह गुलजार लिखते

तो क्या होते Adipurush के डायलॉग

23 June 2023

Aajtak.in

आदिपुरुष रिलीज होने के साथ ही विवादों में घिर गई. कभी रावण और मेघनाद के लुक को लेकर तो कभी हनुमान जी के डायलॉग पर, फिल्म ट्रोलर्स का शिकार हुई. 

आदिपुरुष पर विवाद 

आलोचनाओं का सामना रह रहे मेकर्स ने फिल्म में हनुमान जी के उस डायलॉग्स को बदल दिया, जिनसे लोगों को शिकायत थी. इस फिल्म के डायलॉग्स मनोज मुंतशिर ने लिखे थे. 

किसने लिखे थे डायलॉग्स? 

क्या होता अगर इसके डायलॉग्स किसी और ने लिखे होते? मसलन मनोज मुंतशिर की जगह आदिपुरुष के डायलॉग्स गुलजार ने लिखे होते, तो कैसे होते. 

कोई और लिखता तो? 

हमने ये सवाल ChatGPT से किया, जिसने इसके जवाब में कुछ डायलॉग्स को रिक्रिएट किया है. ChatGPT ने गुलजार की स्टाइल में कुछ डायलॉग्स को क्रिएट किया है. 

ChatGPT ने किया रिक्रिएट

तेल तेरे बाप का... इस डायलॉग को गुलजार ने लिखा होता तो ये कुछ ऐसा होता. 'क्या ये तेल और आग तुम्हारे पिता की विरासत है, क्या वो ज्वाला भी उनके इशारों पर अपना रूप बदलती है?'

हनुमान जी का डायलॉग

मेरे एक सपोले ने... ये डायलॉग गुलजार लिखते तो कुछ ऐसा होता. 'मेरे एक साथी ने तुम्हारे शेषनाग की सीमा को उसके अस्तित्व के परे कर दिया.'

एक सपोले ने... 

ये क्या तेरी बुआ का बगीचा है... ChatGPT के मुताबिक इसका गुलजार वर्जन 'ये क्या तुम्हारी मौसी का बगीचा है, जहां तुम स्वतंत्रता की सांस लिए जा रहे हो?' होता. 

बुआ का बगीचा

तेरी जली ना... इसे गुलजार ने लिखा होता, तो ये कुछ ऐसा होता. 'क्या तुम्हारे हृदय ने उस ज्वाला के स्पर्श को महसूस किया.'

जली ना.. 

ये डायलॉग्स गुलजार लिखते तो शायद कुछ और होते. ChatGPT ने मूवी में पहले से मौजूद डायलॉग्स को गुलजार के स्टाइल में लिखा है. आसान भाषा में कहें, तो इसे ट्रांसलेट किया है.

ChatGPT ने लिखे हैं ये डायलॉग्स