31 May 2023
मोबाइल आजकल सिर्फ कॉलिंग और मैसेज आदि तक सीमित नहीं रहा है. अब मोबाइल स्मार्टफोन हो गया है, जिससे इंटरनेट, ऑनलाइन पेमेंट समेत बहुत से काम होते हैं
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स्मार्टफोन में आजकल कैमरा भी होता है, जिससे फोटो और वीडियो रिकॉर्ड की जा सकती हैं. अब सवाल आता है कि क्या साइबर क्रिमिनल्स भी हमारे फोन का कैमरे एक्सेस कर सकते हैं.
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इसका जवाब हां हैं, जिसमें कई साइबर क्रिमिनल्स स्पाईवेयर ऐप या फिर कोई मैलयेवेयर इंस्टॉल कर देते हैं. इससे वे हैकर्स आसानी से फोन कैमरा हैकर करके उसको नुकसान पहुंचा सकता है.
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आज हम आपको इस तरह के हैकिंग और स्पाई से बचाव के तरीके जा रहे हैं. दरअसल, Android फोन में एक खास फीचर है, जिसकी मदद से यूजर्स आसानी से देख सकते हैं कि कब कैमरा यूज हो रहा है.
दरअसल, आजकल एंड्रॉयड फोन में कैमरा और माइक ऑन होने पर, उसके डिस्प्ले पर टॉप कार्नर पर राइट साइड एक लाइट नजर आती है, या फिर कैमरा/ माइक का आइकन दिखाई देगा.
अगर आप कैमरे का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं, उसके बावजूद मोबाइल स्क्रीन पर टॉप साइट पर कैमरा या डॉट आइकन दिख रहा है, तो समझिए आपका मोबाइल हैक हो चुका है.
इससे बचाव के लिए आप मोबाइल की सेटिंग का सहारा ले सकते हैं, जहां हर एक ऐप के परिमिशन चेक कर सकते हैं. संदिग्ध ऐप नजर आने वाले उसे अलग कर दें.
उदाहरण के तौर पर समझें तो कोई ऐप है, जिसका काम सिर्फ वॉयस रिकॉर्डिंग की सुविध देना हो, ऐसे में उसे कैमरा का एक्सेस देना जरूरी नहीं है.
ऐसे ऐप से यूजर्स को सावधान रहना चाहिए. दरअसल, कई ऐप हैकर्स के निशाने पर काम करते हैं, ये आपका डेटा चोरी कर सकते हैं.