कहीं आप भी न हो जाएं शिकार
पहले किसी की फेक प्रोफ़ाइल बना कर फ़ेसबुक पर भाई या दोस्त बता कर कोई मैसेज करता था. ज़रूरी है, ये बता कर कुछ पैसे मांगता था और काफ़ी लोग इसमें फंस जाते थे. लेकिन धीरे धीरे लोग अवेयर होने लगे और इस तरह का फ़्रॉड कम हुए.
अब एक नए तरह का ऑनलाइन फ़्रॉड शुरू हुआ, जिसमें स्कैमर्स AI बेस्ड टूल्स का इस्तेमाल कर रहे हैं. इस तरह के फ्रॉड में आपके पास कोई कॉल आएगी, तो आप ना चाह कर भी उसे पैसे ट्रांसफ़र कर देंगे.
दरअसल AI के ज़रिए किसी की आवाज़ की कॉपी करना अब आसान हो चुका है. उदाहरण के तौर पर सिंगर अरिजीत सिंह का कोई गाना गायक आतिफ़ असलम की आवाज में सुन सकते हैं.
ये टेक्नोलॉजी यूज करके कोई भी आपके दोस्त या रिश्तेदार की आवाज़ कॉपी कर सकता है. ऐसा हो चुका है, जिसमें कुछ लोग शिकार भी हुए हैं. दोस्त या रिश्तेदार बनकर, कुछ रुपये मांग लेते हैं. लोग ना चाह कर भी भरोसा कर लेते हैं और ऑलाइन फ्रॉड के शिकार हो जाते हैं.
सामने वाली कॉल पर स्कैमर्स दोस्त, भाई-बहन, पापा-मम्मी या फिर गलफ्रेंड तक की आवाज निकाल सकता है. इसके बाद वह आपसे रुपये की डिमांड करेगा, जिसके जाल में कई भोले-भाले लोग फंस जाते हैं.
हाल ही में इस तरह का एक मामला सामने आया था, जहां केरल निवाली युवक को उसकी ऑफिस के महिला दोस्त जैसी आवाज निकाल कर उससे पहले कुछ रुपये मांगे. आवाज का भरोसा करके उसने रुपये भी ट्रांसफर कर दिए.
इसके बाद दोबारा रुपये मांगे तो उसने ठगी को पहचान लिया और कॉल काट दी.इसके बाद युवक ने तुरंत इसकी जानकारी जाकर पुलिस में दी और वह नंबर भी बताया, जिससे कॉल आई थी.
इतना ही नहीं, AI द्वारा डीपफेक वीडियो बना कर स्कैमर्स आपके दोस्त या रिश्तेदार जैसे दिख सकते हैं. आप कंफर्म करने के लिए वीडियो कॉल भी करेंगे तो धोखा खा जाएंगे. क्योंकि कुछ सेकेंड्स के लिए आप समझ ही नहीं पाएंगे कि वो डीपफेक वीडियो है.
ऐसे फ़्रॉड इन दिनों काफ़ी तेज़ी से बढ़ रहे हैं. इससे बचाव के लिए जिस नंबर से कॉल करके रुपये मांगेंगे, उस नंबर पर दोबारा कॉल करें और लंबी बात करें. ऐसे में स्कैमर्स की असली आवाज़ पहचान कर फ़्रॉड से बच सकते हैं.