साइबर क्राइम और साइबर फ्रॉड के आए दिन नए-नए मामले को सुनने को और पढ़ने को मिलते हैं. इन मामलों में कई मासूम लोग अपने लाखों रुपये तक गंवा देते हैं.
आकड़ों पर ध्यान दें तो 2021 के वित्त वर्ष में घरेलू पेमेंट फ्रॉड के मामलों में भारत के लोगों को करीब 542 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था.
2023 वित्त वर्ष में यह आकड़ा 2537 करोड़ पर पहुंच गया, जिसमें 9926 केस डिजिटल लोन ऐप से संबंधित हैं. ये डेटा ऑनलाइन रिपोर्ट्स से लिया है.
आज हम कुछ ऐसे ही फर्जी लोन स्कैम और उनसे बचाव के तरीकों के बारे में बताने जा रहे हैं. इसमें पहला मामला लोन फीस का है, जहां स्कैमर्स भोले-भाले लोगों को कम इंटरेस्ट रेट्स पर लोन देने का वादा करता है.
इसके बाद फ्रॉड आगे बढ़ता है और भोले-भाले लोगों से प्रोसेसिंग के रूप में अमाउंट मांगा जाता है. इस दौरान कुछ स्कैमर्स बड़े अमाउंट की डिमांड करते हैं, जबकि कुछ अलग-अलग हिस्सों में अमाउंट लेते हैं.
स्कैमर्स कई बार लोगों को फर्जी लोन का भी ऑफर देते हैं. यह ऑफर ईमेल, टेक्स्ट और फोन कॉल के जरिए भी भेजा जा सकता है. इसमें वे भोले-भाले लोगों की सेंसटिव इंफोर्मेशन ले लेते हैं.
ईमेल, टैक्स्ट और फोन कॉल पर आने वाले किसी भी ऑफर्स पर आंख बंद करके यकीन ना करें. लोन या फिर किसी भी ऑफर्स की डिटेल्स जानने के लिए उससे मिलकर खुद चेक करें.
हमेशा गारंटीड जैसे ऑफर्स से बचकर रहना चाहिए. कई लोग क्रेडिट स्कोर देखे बिना ही लोन देने की गारंटी दे देते हैं, जिसका नुकसान यूजर्स को उठाना पड़ सकता है. बड़े बैंक कभी भी ऐसा नहीं करते हैं.
कई लोग भोले-भाले लोगों का फायदा उठाकर उनके डॉक्यूमेंट का इस्तेमाल करके दूसरा कोई लोन कर देते हैं, ऐसा करने से आपको भारी नुकसान हो सकता है. इसके लिए आप Cibil Report भी चेक कर सकते हैं.