दरअसल, बेंगलुरू बेस्ड सॉफ्टवेयर इंजीनियर महिला एक साइबर फ्रॉड का शिकार हो गई. इस फ्रॉड में महिला के बैंक खाते से 60 लाख रुपये उड़ा लिए.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 27 साल की सॉफ्टवेयर इंजीनियर को 11 सितंबर को एक टैक्स्ट मैसेज मिला, जिसमें पार्ट टाइम जॉब का ए़़डवरटाइजमेंट था.
इसके बाद उसने उस मैसेज के साथ आए लिंक को क्लिक कर दिया, जो उसे एक टेलीग्राम ग्रुप पर ले गया.
विक्टिम को टेलीग्राम ग्रुप पर बताया गया है कि आसानी से एक क्लिक पर 100 रुपये कमा सकते हैं. यह एक पार्ट टाइम जॉब थी.
विक्टिम महिला को बताया गया कि होटल आदि पर रिव्यू देने हैं. रिव्यू देने का टास्क कंप्लीट करने पर 100 रुपये देने का वादा किया और हर महीने हजारों रुपये कमाने के सपने दिखाए.
विक्टिम महिला को साइबर फ्रॉड के जाल में फंसाने के लिए शुरुआत में टास्क कंप्लीट पर करने पर कुछ रुपये ट्रांसफर किए.
इसके बाद विक्टिम महिला को स्कैमर्स ने ज्यादा कमाई का ऑफर दिया, जिसके लालच में महिला फंस गई. इसके बाद उसने इनवेस्टमेंट का प्लान बताया.
विक्टिम महिला ने स्कैमर्स की बातों का भरोसा करने के बाद अलग-अलग ट्रांजैक्शन में कुल 60 लाख रुपये की इनवेस्टमेंट कर दी.
इसके बाद महिला को स्कैमर्स की तरफ से पॉजिटिव रिस्पोंस नहीं मिला. इसके बाद महिला को समझ आया कि वह साइबर फ्रॉड का शिकार हो चुकी हैं.