ऑनलाइन हो चुकी दुनिया में साइबर फ्रॉड्स के मामले हर दिन सामने आते हैं. ऐसे ही एक मामले में फंसकर पुणे में रहने वाले असिस्टेंट प्रोफेसर सच्चिदानंद रामदास सातपुते ने 21 लाख रुपये गंवा दिए हैं.
पीड़ित को पार्ट टाइम जॉब के लिए एक अनजान मैसेज आया था. इस जाल में फंसकर पीड़ित ने मई 2021 से दिसंबर 2022 के बीच 21 लाख रुपये गंवा दिए हैं.
रिपोर्ट्स की मानें, तो पीड़ित सच्चिदानंद को ऐमेजॉन के साथ पार्ट टाइम जॉब का एक मैसेज आया था. ज्यादा जानकारी के लिए इसमें एक महिला रेखा रंजन का नंबर दिया गया था.
सच्चिदानंद ने एक्स्ट्रा आमदनी के लिए रेखा रंजन से संपर्क किया, जहां महिला ने उन्हें काम करने का तरीका बताया. उन्हें Amazon से कुछ ऑर्डर करने थे और हर ऑर्डर पर उन्हें कमीशन मिलना तय था.
इसे एक अच्छा ऑफर समझते हुए सच्चिदानंद ने काम शुरू कर दिया. उन्हें बाद में एक टेलीग्राम ग्रुप से जोड़ा गया. टेलीग्राम पर अकाउंट बनाने के लिए पीड़ित से स्कैमर्स ने 1000 रुपये लिए थे.
हालांकि, उन्हें 1300 रुपये वापस मिल गए. इसके बाद सच्चिदानंद को राजू नाम के एक यूजर से मिलवाया गया, जो उन्हें काम बताता था. हर ऑर्डर पर पीड़ितो को कमीशन मिलने लगा.
जब उनके अकाउंट में 6.75 लाख रुपये हो गए, तो उन्होंने इसे विड्रॉ करने की कोशिश की. स्कैमर्स ने कहा कि उन्हें पैसे विड्रॉ करने के लिए अभी और टास्क पूरे करने होंगे.
पीड़ित लगातार इस गेम में फंसता गया और निवेश करता रहा. आखिर में सच्चिदानंद ने पुलिस से संपर्क किया और मामले की पूरी जानकारी दी. पुलिस ने इस मामले को दर्ज कर लिया.
इस तरह के स्कैम के बारे में आए दिन सुनने को मिलता है, लेकिन इसके बाद भी हम गलती करते रहते हैं. आपको ऑनलाइन हो चुकी इस दुनिया में कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए.
किसी भी लुभावने जॉब के लालच में ना पड़ें. कंपनी के बारे में पूरी तरह से जांच करें. जरूरत पड़े तो आप फिशिकल ऑफिस जाकर संपर्क करें.
अनजान लिंक्स पर क्लिक ना करें. वर्क फ्रॉम होम के नाम पर चल रहे ऐसे स्कैम्स से सावधान रहें. इसमें स्कैमर्स कम मेहनत में मोटा प्रॉफिट कमाने का लालच देते हैं.
कभी भी अपनी पर्सनल डिटेल्स किसी से शेयर ना करें. ईमेल और SMS में आने वाले अनजान लिंक्स पर क्लिक ना करें. डिजिटल वर्ल्ड में आपकी सावधानी ही स्कैमर्स से बचने का बेस्ट तरीका है.