UN ने किया चौकाने वाला खुलासा
AI (Artificial Intelligence) को लेकर बहुत से लोगों के दिल और दिमाग में ये सवाल है कि ये हमारी जॉब निगल लेगा. लेकिन इसको लेकर UN की स्टडी में एक नया खुलासा हुआ है.
दरअसल, यूनाइटेड नेशन के इंटरनेशनल लेबर ऑर्गनाइजेशन (ILO) ने हाल ही में एक स्टडी कंप्लीट की है और बताया है कि AI हमारी नौकरी नहीं लेगा.
मीडिया रिपोर्ट्स में सामने आई ILO स्टडी में बताया है कि AI हमारे काम करने के तरीके को बदलेगा. यह इंसान की नौकरी नहीं लेगा.
स्टडी के मुताबिक, कुछ जॉब्स और इंडस्ट्री पर आशिंक रूप से ऑटोमेशन के कारण प्रभाव पड़ सकता है. कई कंपनियां न्यू जनरेशन AI को स्वीकार कर रही हैं, ताकि वे इनोवेशन का हिस्सा बन सकें.
दुनिया के सबसे अमीर लोगों में से एक Elon Musk भी इस खतरे को लेकर चिंता जता चुके हैं कि AI कई लोगों की नौकरियां रिप्लेस कर देगा.
ChatGPT को बनाने वाली कंपनी OpenAI के CEO Sam Altman भी चिंता जाहिर कर चुके हैं कि उनका यह प्लेटफॉर्म कई लोगों की नौकरियां निगल सकता है. ChatGPT कई लोगों की नौकरियां खत्म कर देगा.
OpenAI ने बीते साल नवंबर में ChatGPT को पेश किया था. ChatGPT एक आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस सिस्टम है, जो किसी भी यूजर्स को एक सवाल पूछने पर उसका जवाब दे सकता है.
ChatGPT की मदद से यूजर्स एप्लीकेशन लेटर, ट्रांसलेशन और कुछ बेसिक कैलकुलेशन भी कर सकता है. हालांकि अभी भी ChatGPT को बेहतर बनाने के लिए नए-नए अपग्रेड शामिल हो रहे हैं.
ChatGPT के अलावा गूगल और माइक्रोसॉफ्ट जैसी टेक कंपनियां खुद का आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस सिस्टम तैयार कर रही हैं. गूगल अपना Bard AI को तैयार कर रहा है.
ChatGPT को लाने का मकसद इंसानी की मदद करना था. लेकिन अब इसे कई सेक्टर में इस्तेमाल करने का प्लान बनाया जा रहा है, जिसके बाद यह कई लोगों की नौकरियों को निगल सकता है.