देश में पहली बार बना ऐसा AI डिवाइस
टेक्नोलॉजी हर दिन के साथ बेहतर हो रही है और इसका इस्तेमाल कई सेक्टर्स में हो रहा है. हेल्थकेयर और मेडिकल भी ऐसे ही सेक्टर हैं, जिनमें टेक्नोलॉजी का खूब इस्तेमाल होता है.
दुनियाभर में बहुत से ऐसे लोग हैं, जो किसी कारण बोल नहीं सकते हैं. ऐसे लोगों के लिए रिसर्चर्स ने एक खास डिवाइस बनाया है, जो उनकी आंखों के इशारों पर काम करेगा.
अमृता विश्व विद्यापीठम ने देश का पहला डिवाइस बनाया है, जो आंखों के इशारों पर लोगों को दुनिया से संपर्क करने में मदद करता है. डिवाइस का नाम नेत्रवाद (Netravaad) है.
इसमें कैमरा, स्पीकर, कंट्रोलर और एक रिचार्जेबल बैटरी का इस्तेमाल किया गया है. रिसर्चर्स की मानें तो सिंगल चार्ज में ये डिवाइस 6 घंटे तक काम कर सकता है.
डिवाइस में लगा कैमरा यूजर की आंखों से साइन को डिटेक्ट करता है, जिसमें अल्फाबेट्स, शब्दों और वाक्यों में बदला जाता है. इसके AI एल्गोरिद्म Sharani का इस्तेमाल किया गया है.
AI की मदद से डिटेक्ट किए गए शब्दों या वाक्यों को स्क्रीन पर भेजा जाता है. इसमें स्पीकर भी दिए गए हैं, जो दूसरों को यूजर की फीलिंग्स को समझने में मदद करते हैं.
इस डिवाइस की मदद से बिस्तर पर पड़ा यूजर अपनी फीलिंग्स और बातों को दूसरे से कह सकता है. नेत्रवाद को अपने एडवांस डेवलपमेंट फेज में है.
डिवाइस अंग्रेजी में काम कर रहा है, जबकि मलयालम और हिंदी का ट्रायल चल रहा है. इसके अलावा इसमें हाई-इंटरैक्टिव इंटरफेस का इस्तेमाल किया गया है, जो यूजर्स को कंफर्टेबल एक्सपीरियंस प्रदान करेगा.
नेत्रवाद एक पोर्टेबल और लाइटवेट डिवाइस है. इसे यूज करने के लिए मरीज को ट्रेनिंग दी जाएगी. ट्रेनिंग पूरी होने के बाद यूजर्स सिर्फ आंखों की मदद से इस डिवाइस को यूज कर सकेंगे.