आधार के जरिए पेमेंट पॉइंट्स के बारे में आपने सुना होगा. इन मिनी पेमेंट बैंक्स से कंज्यूमर्स अपने आधार का इस्तेमाल करके पैसे विड्रॉ या ट्रांसफर कर सकते हैं, लेकिन क्या हो अगर कोई आपके आधार का गलत इस्तेमाल कर ले.
वैसे तो इस तरह की पेमेंट के लिए यूजर्स को फिंगरप्रिंट यूज करना पड़ता है. एक ऐसे गैंग को पकड़ा गया है, जिन्होंने लाखों रुपये लोगों के अकाउंट से उड़ा दिए हैं.
ठगों ने लोगों के आधार से लेकर फिंगरप्रिंट तक को मिस यूज किया है और 149 बैंक अकाउंट्स से 14.64 लाख रुपये निकाले हैं. ये पैसे आधार इनेबल पेमेंट सिस्टम के जरिए ट्रांसफर किए गए हैं.
Epoint India की शिकायत के बाद हैदराबाद पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू की. ये पैसे Roinet Solution से ट्रांसफर किए गए थे, जो Epoint India की सर्विस प्रदान करता था.
पुलिस ने जांच में पाया कि अपराधियों ने पहले Epoint India से संपर्क करके उनसे AEPS का लाइसेंस लिया. इसकी मदद से वे ग्रामीण इलाकों में KYC वेरिफिकेशन से मिनी बैंक सर्विस ऑफर कर सकते थे.
इसका मिसयूज करके आरोपियों ने 149 बैंक अकाउंट से 14.64 लाख रुपये 9 अलग-अलग बैंक अकाउंट्स में ट्रांसफर लिए. इसके लिए उन्होंने फिंगरप्रिंट्स क्लोन की थी.
साइबराबाद पुलिस ने बताया कि ठगों ने पहले राज्य सरकार के IGRS पोर्टल से जमीन रजिस्ट्रेशन के कागज डाउनलोड किए. वहां से उन्होंने लोगों के नाम, आधार और फिंगरप्रिंट डिटेल्स को निकाला.
गैंग ने डॉक्यूमेंट को स्कैन करके उनकी फोटोशॉप की मदद से डॉक्यूमेंट्स में बदलाव किया. इसके अलावा उन्होंने पॉलिमर शीट और बटर पेपर की मदद से फिंगरप्रिंट क्लोन किया.
इसके बाद उन्होंने Epoint India App का इस्तेमाल करके आधार, नाम और फिंगरप्रिंट की मदद से तमाम अकाउंट्स से पैसे ट्रांसफर कर लिए. पुलिस ने इस मामले में 7 लोगों को गिरफ्तार किया है.