ऑनलाइन खोज रहा था फ्लैट
साइबर फ्रॉड का एक नया मामला सामने आया है, जहां एक व्यक्ति को ऑनलाइन सर्चिंग भारी पड़ी. इसके बाद उसके बैंक अकाउंट से 3 लाख रुपये उड़ा लिए.
किराए का घर लेना काफी मेहनत का काम है, जिसमें लोग सभी पहलुओं को ध्यान से देखते हैं. बजट आदि पर परखते हैं, उसके बाद कोई घर रेंट पर लेते हैं.
पुणे स्थित इंजीनियर ने भी ऐसा ही किया और फ्लैट को रेंट पर लेने के लिए उसने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का सहारा लिया. इसके बाद फ्लैट मालिक स्कैमर्स निकला.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इंजीनियर श्यामलाल हंसदा पुणे के बालेवाड़ी में एक रेंट पर फ्लैट खोज रहे थे. वह पुणे में बीते साल छह साल से रहे थे.
ऑनलाइन सर्चिंग के दौरान उन्हें एक जानी-मानी सोसाइटी में 1BHK Flat खाली का Ads नजर आया. उस फ्लैट की फोटो और रेंट काफी अट्रैक्टिव था.
ऑफिस के पास होने के वजह से विक्टिम को वह फ्लैट काफी पसंद आया. इसके बाद उन्होंने फ्लैट को रेंट पर लेने के लिए एड पर क्लिक किया.
इसके कुछ दिन बाद वॉट्सऐप पर एक मैसेज आया. मैसेज में एक व्यक्ति ने खुद को उस फ्लैट का मालिक बताया, उसके बाद विक्टिम ने फ्लैट देखने के लिए कहा.
इसके बाद खुद को फ्लैट का मालिक बताने वाले ने बताया कि इसके लिए विक्टिम को 2500 रुपये की टोकन मनी देगी, क्योंकि उसके बिना सोसाइटी पास नहीं देगी.
इसके बाद विक्टिम ने उनकी बातों पर विश्वास कर लिया और टोकन मनी ट्रांसफर कर दी. इसके बाद विक्टिम से सिक्योरिटी डिपॉजिट के लिए रुपये मांगे.
अलग-अलग बहाने बनाकर विक्टिम से कुल 3 लाख रुपये ट्रांसफर करा लिए. अच्छे फ्लैट के चक्कर में विक्टिम ने भी रुपये ट्रांसफर कर दिए.
एक सप्ताह बाद विक्टिम ने जब फ्लैट मालिक को अपने रुपये वापस मांगने के लिए कॉल किया तो उसका नंबर बंद आया. इसके बाद उसे समझ आया कि वह साइबर फ्रॉड का शिकार हो गया है.