09 May 2024
साइबर फ्रॉड के आए दिन नए-नए केस सामने आ रहे हैं, जहां साइबर ठग लोगों को लूटने के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं. ऐसा ही एक नया केस 1.88 करोड़ रुपये का सामने आया है.
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मीडिया रिपोर्ट्स में पुलिस कंप्लेंट के हवाले से बताया है कि पंचकुला में रहने वाले राकेश कुमार बंसल अचानक एक साइबर फ्रॉड की गिरफ्त में आ गए.
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हरियाणा के पंचकुला में रहने वाले विक्टिम एक दिन मोबाइल पर ऑनलाइन मूवी देख रहे थे, तब उनसे गलती से एक लिंक पर क्लिक हो गया. इसके बाद वह एक WhatsApp Group में शामिल हो गए.
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विक्टिम ने बताया कि उस ग्रुप का नाम Customer Care ICICI Ambani shares था. उस ग्रुप में करीब 80 लोग थे. इसके बाद विक्टिम को इनवेस्टमेंट के लिए गाइड किया.
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WhatsApp Grroup में एक लिंक की मदद से एक मोबाइल ऐप इंस्टॉल करने को कहा. ग्रुप में आमतौर पर साइबर ठग बैंक डिटेल्स शेयर करते थे और बताते थे कि इनवेस्टमेंट के बदले उन्हें ये रकम मिली.
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इसके बाद विक्टिम ने भी इनवेस्टमेंट करनी शुरू कर दी. बंसल ने RTGS और Net Banking के जरिए रुपये ट्रांसफर करने शुरू कर दिए.
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9 अप्रैल को उन्होंने 50 हजार रुपये इनवेस्ट किए. इसके बाद अगले दिन 2.50 लाख रुपये लगाए. इसके बाद 13 अप्रैल को 18 लाख रुपये, फिर 14 अप्रैल को 16 लाख और 19 अप्रैल को 21 लाख रुपये लगाए.
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ऐसे अलग-अलग ट्रांजैक्शन में उन्होंने 1.88 करोड़ रुपये का इनवेस्टमेंट कर दिया. विक्टिम ने बताया कि उसे शुरुआत में रिटर्न के रूप में 3302 रुपये मिले थे.
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विक्टिम ने जब अपने रुपये निकालने की कोशिश की तो उनकी रिक्वेस्ट रिजेक्ट हो गई. इसके बाद उन्हें पता चला कि वह साइबर ठगी के शिकार हो गए हैं.
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इसके बाद उन्होंने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में जाकर पूरे केस की जानकारी दी और पुलिस कंप्लेंट दर्ज कराई. पुलिस ने अलग-अलग धाराओं के तहत केस दर्ज किया है.
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