03 Dec 2024
Credit: AI Image
स्कैमर्स लोगों को फंसाने के लिए कई तरीकों का इस्तेमाल करते हैं. ऐसा ही एक तरीका डिजिटल अरेस्ट है जिसके शिकार जाने कितने ही लोग हो चुके हैं.
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हाल में डिजिटल अरेस्ट का एक नया मामला सामने आया है. 28 नवंबर को मुंबई के ईस्ट साइबर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज हुआ है.
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56 साल के शख्स के साथ फ्रॉड हुआ है. पीड़ित ने बताया कि उन्हें लगभग एक महीने तक डिजिटल अरेस्ट करके रखा गया था.
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मामला इस साल जुलाई का है. पुलिस के मुताबिक, 19 जुलाई को पीड़ित को कॉल आई थी, जिसमें उनसे उनका आधार नंबर वेरिफिकेशन के लिए मांगा गया था.
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इसके बाद एक शख्स ने उन्हें पुलिस वाला बनकर WhatsApp Video Call किया. पीड़ित को 12 अगस्त तक डिजिटल अरेस्ट रखा गया.
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इस दौरान उन्हें डराया गया और कहा गया है वे मनी लॉन्ड्रिंग और अवैध गतिविधियों में मिले हुए हैं. स्कैमर्स ने ये पैसे पीड़ित का नाम केस से हटाने के लिए लिया था.
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इस पूरी घटना के दौरान पीड़ित ने कुल 12.81 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए हैं. ये पैसे विभिन्न बैंक अकाउंट्स में ट्रांसफर किए गए हैं.
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नवंबर महीने में जाकर पीड़ित को ये एहसास हुआ कि उनके साथ फ्रॉड हुआ है, जिसके बाद उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है.
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पुलिस मामले की जांच कर रही है. इस तरह के कई मामले पहले भी सामने आ चुके हैं. इसलिए आपको भी सवाधान रहना चाहिए.
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किसी भी अनजान कॉल पर अपनी पर्सनल डिटेल्स शेयर ना करें. अगर कोई पुलिसे के नाम पर आपको डराता है, तो तुरंत इसकी जानकारी पुलिस को दें.
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