6 Apr 2025
रिपोर्ट: मनीष
गुजरात के मेहसाना जिले के वडनगर में खुदाई के दौरान मिला यह कंकाल करीब 1000 साल पुराना बताया जा रहा है.
Photos; Aajtak
DNA जांच के बाद पता चला कि यह अवशेष किसी साधु-संन्यासी के हैं, जिन्होंने संभवतः योग मुद्रा में जीते जी समाधि ली थी.
कंकाल जिस मुद्रा में मिला है- बैठी हुई ध्यान अवस्था, वह भारत में पहली बार दर्ज की गई है, जो इसे और भी दुर्लभ बनाती है.
साल 2019 में यह कंकाल जमीन से बाहर निकाला गया था, लेकिन आज भी इसे एक टेंट में अस्थायी तौर पर रखा गया है.
वडनगर में करोड़ों की लागत से बना नया म्यूज़ियम तैयार है, लेकिन इस ऐतिहासिक कंकाल को वहां शिफ्ट करने में प्रशासन असमंजस में है.
पुरातत्व विभाग के नियामक डॉ. पंकज शर्मा का कहना है कि इस कंकाल को म्यूजियम में सुरक्षित रखने के लिए विशेष टेक्नोलॉजी की जरूरत है.
अगर इसे बिना एक्सपर्ट के खुले वातावरण में रखा गया, तो हजारों साल पुराना यह ढांचा क्षतिग्रस्त हो सकता है.
ASI (भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण) के साथ मिलकर निर्णय लिया जा रहा है कि इसे कैसे संरक्षित और प्रदर्शित किया जाए.
कंकाल के ऊपर अब भी मिट्टी की परतें हैं, जिसे हटाने की प्रक्रिया विशेषज्ञों की निगरानी में ही होगी.
Photos; Aajtak