ओलंपिक से पहले भारतीय टीम के लिए बुरी खबर, इस पूर्व कप्तान ने लिया संन्यास

22 July 2024

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पेरिस ओलंपिक 2024 की शुरुआत में अब ज्यादा दिन नहीं बचा है. आगामी ओलंपिक गेम्स 26 जुलाई से 11 अगस्त तक खेला जाना है.

पेरिस ओलंपिक से पहले से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है. अनुभवी गोलकीपर और पूर्व भारतीय कप्तान पीआर श्रीजेश ने रिटायरमेंट लेने का फैसला किया है. 

श्रीजेश ने कहा कि पेरिस ओलंपिक उनका आखिरी इंटरनेशनल टूर्नामेंट होगा. भारत के लिए 328 मैच खेलने वाले श्रीजेश के लिए यह चौथा ओलंपिक होगा. 

राष्ट्रमंडल खेलों, एशियाई खेलों और विश्व कप में खेल चुके 36 साल के श्रीजेश ने 2021 में आयोजित हुए टोक्यो ओलंपिक में शानदार गोलकीपिंग से भारत को कांस्य पदक दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी.

भारत ने तब इस खेल में 41 साल के पदक के सूखे को खत्म किया था. श्रीजेश ने भारतीय टीम के लिए 2010 में डेब्यू किया था. वह 2014 एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक और 2018 एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीतने वाले भारतीय टीम के सदस्य रहे हैं.

वह 2018 में एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी की संयुक्त विजेता टीम, भुवनेश्वर में 2019 एफआईएच पुरुष सीरीज फाइनल की स्वर्ण पदक विजेता टीम और बर्मिंघम 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक विजेता टीम के सदस्य रह चुके हैं.

उन्होंने एफआईएच हॉकी प्रो लीग 2021-22 में भारत को तीसरे स्थान पर पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. श्रीजेश को 2021 में मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया था और वह 'वर्ल्ड गेम्स एथलीट ऑफ द ईयर' का पुरस्कार जीतने वाले भारत के केवल दूसरे खिलाड़ी हैं.

उन्होंने 2021 और 2022 में में लगातार दो बार एफआईएच 'गोलकीपर ऑफ द ईयर' का पुरस्कार जीता. उन्होंने पिछले साल एशियाई खेलों में शानदार प्रदर्शन किया जिससे भारतीय टीम स्वर्ण पदक जीतकर पेरिस ओलंपिक 2024 का टिकट पक्का करने में सफल रही.

श्रीजेश ने कहा, 'मैं पेरिस में अपने आखिरी टूर्नामेंट की तैयारी कर रहा हूं, मुझे अपने करियर पर बहुत गर्व है. मेरी अब तक की यात्रा असाधारण रही है. मैं अपने परिवार, टीम के साथियों, सभी कोच, प्रशंसकों और हॉकी इंडिया के प्यार एवं समर्थन के लिए हमेशा आभारी हूं. मुझ पर विश्वास करने के लिए धन्यवाद.'

श्रीजेश ने कहा कि उन्होंने टीम के साथियों के साथ ओलंपिक के बाद संन्यास लेने के फैसले से अवगत करा दिया है. उन्होंने कहा, 'मेरे टीम के साथी मुश्किल समय में मेरे साथ खड़े रहे हैं. हम सभी यहां पेरिस में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहते हैं. निश्चित रूप से अपने पदक का रंग बदलना चाहते हैं.'