पााकिस्तानी टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न टेस्ट मैच में 74 रनों से हार का सामना करना पड़ा. इस हार के चलते उसने टेस्ट सीरीज भी गंवा दी.
हार के बाद पाकिस्तान टीम के निदेशक मोहम्मद हफीज ने अंपायरिंग और टेक्नोलॉजी पर सवाल उठाए. हफीज ने कहा कि टेक्नोलॉजी ने इस सुंदर खेल को अभिशापित कर दिया है.
हफीज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'हमने एक टीम के रूप में कुछ गलतियां कीं और उन चीजों पर ध्यान देंगे. लेकिन मेरा मानना है कि खराब अंपायरिंग और टेक्नोलॉजी के अभिशाप ने हमें वह परिणाम दिया जो अलग होना चाहिए था. ये ऐसे क्षेत्र हैं जिन पर ध्यान देने की जरूरत है.'
हफीज ने बताया, 'हम क्रिकेट के इस खूबसूरत खेल को स्वाभाविक प्रवृत्ति के साथ खेलते हैं और खेल की मूल बातों से वाकिफ हैं. लेकिन कभी-कभी ऐसा लगता है कि यह एक टेक्नोलॉजी शो है, न कि क्रिकेट जो हम अंदर खेल रहे हैं.'
हफीज ने कहा, 'कभी-कभी तकनीक कुछ ऐसे निर्णय देती है जिन्हें हम इंसान होने के नाते समझ नहीं पाते हैं. जब गेंद स्टंप्स से टकराती है तो वह हमेशा आउट होती है, यह अंपायर्स कॉल क्यों होनी चाहिए. टेक्नोलॉजी क्रिकेट को खेल की प्रवृत्ति से दूर ले जा रही है.'
इस मैच में मोहम्मद रिजवान के विकेट पर काफी बवाल हुआ. पाकिस्तान की दूसरी पारी में रिजवान को मैदानी अंपायर ने नॉटआउट करार दिया था. इसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने डीआरएस लिया.
थर्ड अंपायर कई बार रिप्ले और हॉटस्पॉट देखने के बाद इस नतीजे पर पहुंचे कि गेंद रिजवान के रिस्टबैंड से लगकर विकेटकीपर के हाथों में गई थी. इसके चलते तीसरे अंपायर ने रिजवान को आउट करार दिया.