गाबा टेस्ट में विवाद... कमेंटेटर ईशा ने सरेआम बुमराह पर किया नस्लीय कमेंट

15 Dec 2024

भारतीय टीम और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तहत 5 मैचों की टेस्ट सीरीज का तीसरा मुकाबला ब्रिस्बेन के गाबा में 14 दिसंबर से खेला जा रहा है.

Photo: Getty, PTI, AFP, AP, BCCI

मैच के दूसरे दिन एक बड़ा विवाद सामने आया है. फॉक्स स्पोर्ट्स की कमेंटेटर और पूर्व इंग्लिश क्रिकेटर ईशा गुहा ने भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह पर नस्लीय टिप्पणी की.

ईशा ने बुमराह के लिए प्राइमेट शब्द का इस्तेमाल किया. प्राइमेट का मतलब नरवानर होता है. स्तनधारी प्राणियों के विकास के क्रम में एक दौर प्राइमेट्स का रहा है.

ऑस्ट्रेलिया के 7 News ने रिपोर्ट दी कि यह घटना गाबा टेस्ट के दूसरे दिन के पहले सेशन में हुई. तब ईशा और पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ब्रेट ली साथ में कमेंट्री कर रहे थे.

7 News के मुताबिक, ब्रेट ली मैच में बुमराह की बॉलिंग के असर की बात कर रहे थे. तब जवाब में ईशा ने कहा- वह MVP है. मोस्ट वेल्यूएबल प्राइमेट जसप्रीत बुमराह.

ईशा ने आगे कहा- वह (बुमराह) ऐसा खिलाड़ी है जो भारत की ओर से सबसे ज्यादा काम करता है और इस टेस्ट मैच को लेकर क्यों सारा फोकस उन पर था.

बता दें गाबा टेस्ट में दूसरे दिन तक बुमराह ने 72 रन देकर 5 विकेट लिए. उन्होंने स्टीव स्मिथ, ट्रेविस हेड, उस्मान ख्वाजा, मिचेल मार्श और नाथन मैकस्वीनी को शिकार बनाया.

भारतीय मूल की ईशा गुहा इंग्लैंड की पूर्व क्रिकेटर हैं. उनके माता-पिता 1970 में ब्रिटेन चले गए थे. ईशा ने 8 टेस्ट, 83 वनडे और 22 टी20 इंटरनेशनल मैच इंग्लैंड की ओर से खेले.

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहले भी बंदर शब्द को लेकर बवाल हो चुका है. 2008 में सिडनी टेस्ट मंकीगेट के चलते याद किया जाता है.

ऑस्ट्रेलिया के दिवंगत क्रिकेटर एंड्रयू साइमंड्स ने आरोप लगाया था कि हरभजन सिंह ने उन्हें मंकी कहकर पुकारा. तब हरभजन को 3 मैच के लिए सस्पेंड किया था.

लेकिन भारत की तरफ से मजबूत विरोध जताए जाने के बाद इस सजा को कम कर दिया गया था. अब कुछ इसी तरह का विवाद भी उपजा है.