एक कतार में कैसे चल पाती हैं चीटियां? जानें
चीटीं दिखने में भले ही छोटी सी जीव लगे लेकिन यह हमारी कल्पना से ज्यादा अनुशासित और संगठित जीवन जीती हैं.
चींटियां हजारों और लाखों की तादाद में कॉलोनियों में रहती हैं और एक एक टीम की तरह हर काम करती हैं.
चीटियों का यह संगठित जीवन और अनुशासन बहुत कुछ उनके बीच के आपसी कम्यूनिकेशन पर निर्भर करता है.
हम सभी ने चींटियों के झुंड को कतार में चलते हुए देखा होगा. क्या आपको पता है वे ऐसा कैसे कर पाती हैं?
चीटियों के शरीर में एक खास तरह का केमिकल उत्पन्न होता है जिसे 'फेरोमोन्स' कहते हैं.
इस केमिकल के जरिए वे अपने इलाके का निर्धारण करती हैं, साथ ही जटिल सूचनाएं दूसरी चीटियों तक पहुंचाती हैं.
इन सूचनाओं में खाने के स्रोत, घरौंदे के लोकेशन से लेकर शिकारियों की मौजूदगी तक की जानकारी शामिल होती है.
हर चींटी अधिकतम 20 तरह के फेरोमोन्स उत्पन्न करती है, जिसमें अलग-अलग तरह की जानकारी दर्ज हो सकती हैं.
चींटियों के एंटीना में ऐसे गुण होते हैं, जिनसे रास्ते में छोड़े गए केमिकल में छिपे संदेश को साथी चींटी डिकोड करती हैं.
ऐसे में चींटियों का एक कतार में चलना रास्ते में छोड़े गए इसी फेरोमोन्स के जरिए आगे बढ़ने की प्रक्रिया है.