29 वर्षीय मादा चिम्पैंजी वनिला ने फ्लोरिडा में पहली बार खुला आसमान देखा. इससे पहले वह पिंजरे में बंद थी.
इससे पहले उसे दो साल तक न्यूयॉर्क के बायोमेडिकल रिसर्च लैब में रखा गया था. जहां वह छोटे पिंजरों में रहती थी.
पिंजरे से बाहर आते ही वनिला के चेहरे की खुशी साफ दिखती है. आसमान देखकर उसका हैरान होना अद्भुत है.
सेव द चिम्प्स नाम के एनजीओ ने लैब में बंद सात चिम्पैंजियों को मुक्त कराया.
इनका नाम है- वनिला, शेक, मैजिक, जेफ, अर्नेस्टा और दो अन्य.