यह ज्वालामुखी फटा तो खत्म होगी दुनिया? जानें क्यों दावा
प्राकृतिक तौर पर दुनिया के सबसे ज्यादा संवेदनशील जगहों में से एक है यलोस्टोन सुपरवॉल्कैनो.
प्राचीन समय से यह धारणा रही है कि यह महाज्वालामुखी किसी दिन दुनिया के खात्मे की वजह बनेगा.
दरअसल, इसके नीचे बहुत बड़ी मात्रा में गर्म लावा की खोज हुई है. यह खुलासा 18 साल की स्टडी के बाद हुआ.
हाल ही में वैज्ञानिकों ने पता लगाया है कि यलोस्टोन सुपरवॉल्कैनो के नीचे जितना सोचा गया था, उससे कहीं ज्यादा गर्म लावा है.
यह खोज अंतरराष्ट्रीय स्तर के वैज्ञानिकों की एक टीम ने की है. ताकि इसके अगले बड़े विस्फोट का पता किया जा सके.
वैज्ञानिकों के मुताबिक, यलोस्टोन के नीचे बहुत बड़ा मैग्मा रिजरवायर है. यह नहीं पता कि इतना ज्यादा गर्म लावा कब फूटेगा.
यह इलाका भौगोलिक तौर पर संवेदनशील है. स्टडी में पता चला कि यलोस्टोन सुपरवॉल्कैनो के नीचे गर्म लावा का बहुत बड़ा स्रोत है.
यलोस्टोन सुपरवॉल्कैनो का काल्डेरा 70X45 किलोमीटर का है. यानी इतना बड़ा गड्डा जो कभी फटा तो आफत आ जाएगी.
इससे पहले इसमें जो भयानक विस्फोट हुआ था, वह 6.40 लाख साल पहले हुआ था. तब यह काल्डेरा बना था.
इस ज्वालामुखी के आसपास हर साल औसतन 1000 से 2000 ऐसे भूकंप आते हैं, जो नापे जा सकते हैं.
यह जगह इंटरनेशनल यूनियन ऑफ जियोलॉजिकल साइंसेस का हेरिटेज साइट है. यहां कई गर्म पानी के तालाब और प्राकृतिक फव्वारे हैं.