दिन, हफ्ते ही नहीं 12 राशियों से भी कोणार्क के सूर्य मंदिर का कनेक्शन, जानें क्यों है खास

aajtak.in

11 Sept 2023

ओडिशा के कोणार्क का सूर्य मंदिर देखने में बेहद सुंदर है. यह मंदिर सूर्य के विशालकाय रथ की तरह बनाया गया है.

इस रथ को सात घोड़े खींचते हुए नजर आते हैं. इस रथ में 12 जोड़े (यानी 24) पहिए लगे हैं. ये पहिए हमारी जीवनचर्या से संबंधित कई वैज्ञानिक बातें बताते हैं.

हर पहिए का व्यास यानी डायमीटर 9.9 फीट है. हर पहिए में आठ मोटी और आठ पतली तीलियां हैं. आइए जानते हैं क्यों खास है ये मंदिर. 

सात घोड़े यानी हफ्ते के सात दिन. 12 पहिये यानी साल के बारह महीने. जबकि इनका जोड़ा यानी 24 पहिए मतलब दिन का 24 घंटा.

इसके अलावा 8 मोटी तीलियां 8 प्रहर यानी हर तीन घंटे के समय को दर्शाती हैं. 

इन पहियों से ये भी पता चलता है कि सूर्य कब उगेगा, कब अस्त होगा. इस पहिए को 13वीं सदी में राजा नरसिम्हादेव-प्रथम ने बनवाया था. 

हर पहिए में 8 मोटी तीलियां हैं. 8 पतली तीलियां हैं. हर तीली के बीच में 30 दाने बनाए गए हैं. हर दाना तीन मिनट का समय बताता है.  जो तीन घंटे का समय बताते हैं.

हर मोटी तीलियों के बीच में मौजूद पतली तीली डेढ़ घंटे का समय बताती हैं. यानी 90 मिनट. बीचों-बीच ऊपर की तरफ जो मोटी तीली है, वो रात के 12 बजे का समय बताती है. 

सिर्फ इतना ही नहीं, 12 पहिए सिर्फ 12 महीने नहीं दिखाते. बल्कि वो 12 राशियों को भी दर्शाते हैं.

हर पहिए का आकार समान है. लेकिन हर पहिए में अलग कहानियों को कुरेदा गया है. पहियों के बीच में बनी गोलाकार नक्काशियां अलग-अलग चीजें बताती हैं. 

असल में ये पहिए सन डायल (Sun Dials) हैं. ताकि आप समय देख सकें. 24 पहियों में से दो पहिए ऐसे हैं जो आपको समय बताते हैं.

ये सूरज के उगने से लेकर सूरज के अस्त होने तक का पूरा समय बताते हैं. अगर पहियों के एक्सेल के बीच में उंगली रखते हैं, तो आपकी उंगली की परछाईं आपको एकदम सही समय दिखा देगी. 

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