लॉउसेन स्थित स्विस फेडरल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के साइंटिस्ट्स ने लकवाग्रस्त तीन मरीजों को इलेक्ट्रोड इम्प्लांट लगाकर चलने-फिरने और साइकिल चलाने लायक बना दिया.
इन तीनों को अलग-अलग हादसों में रीढ़ की हड्डी में चोट लगी थी.
Pic Credit: imouniroy Instagramसाइंटिस्ट ने इनकी रीढ़ की हड्डी में इम्प्लांट लगाकर इन्हें ठीक कर दिया.
Pic Credit: imouniroy Instagramइस इम्प्लांट से निकलने वाली इलेक्ट्रिकल तरंगों ने रीढ़ की हड्डी की खास नर्व्स यानी तंत्रिका तंत्रों को एक्टिव कर दिया.
Pic Credit: imouniroy Instagramनर्व्स के एक्टिव होने से उसके आसपास की मांसपेशियां काम करने लगी.
Pic Credit: imouniroy Instagramइस प्रयोग को लेकर बनाई गई रिपोर्ट जर्नल Nature Medicine में प्रकाशित हुई है.
Pic Credit: imouniroy Instagramइसके तहत नरम और लचीला इलेक्ट्रोड इम्प्लांट स्पाइन नर्व्स के ठीक ऊपर सेट किया गया था.
Pic Credit: imouniroy Instagramइस इम्पलांट को टैबलेट में मौजूद एक सॉफ्टवेयर के जरिए नियंत्रित किया जा रहा था.
Pic Credit: imouniroy Instagramसॉफ्टवेयर पेट के अंदर लगाए गए पेसमेकर जैसे यंत्र से संपर्क साधता है. वह नर्व्स के आसपास मौजूद इलेक्ट्रोड को निर्देश भेजता है.
Pic Credit: imouniroy Instagramइसके बाद लकवाग्रस्त इंसान जरूरत के हिसाब से काम करने लगता है.
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