पृथ्वी के अंदर इस समय भयानक बदलाव हो रहे हैं. जिससे नासा के वैज्ञानिक परेशान हैं. हमारे ग्रह के एक बड़े हिस्से में चुंबकीय शक्ति कमजोर हो रही है.
अभी ये इतनी कमजोर है कि इसके ऊपर से अगर कोई प्लेन निकले या सैटेलाइट तो उनसे संपर्क टूट सकता है. सैटेलाइट्स में शॉर्ट सर्किट हो सकता है.
मैग्नेटिक फील्ड कम होती है, तो सूरज से आने वाले उच्च-तीव्रता के प्रोटोन सैटेलाइट्स के लिए खतरा बन जाएंगे. वो सैटेलाइट्स के सिस्टम को बिगाड़ देंगे.
अभी चुंबकीय शक्ति के कम होने की वजह से कुछ सैटेलाइट्स में दिक्कतें आई हैं. लेकिन ये बड़े पैमाने पर असर कर सकता है. ज्यादा नुकसान भी हो सकता है.
इस कमजोर चुंबकीय शक्ति को साउथ अटलांटिक एनोमली बुलाते हैं. जिस हिस्से में चुंबकीय शक्ति कमजोर हुई है, वो दक्षिणी अमेरिका से लेकर अफ्रीका तक है.
इस इलाके के नीचे पृथ्वी के आउटर कोर तक चुंबकीय शक्ति कमजोर हुई है. पिछले 200 साल में धरती की चुंबकीय शक्ति में 9 फीसदी की कमी आई है.
चुंबकीय शक्ति की वजह से ही हम अंतरिक्ष के रेडिएशन से बचे रहते हैं. इसी के सहारे सभी संचार प्रणालियां जैसे सैटेलाइट, मोबाइल, चैनल काम कर रही हैं.
धरती के कोर यानी केंद्र में घूमते हुए लोहे के समंदर की वजह से पैदा होती है मैग्नेटिक फील्ड. विस्तार से पूरी खबर पढ़ने के लिए नीचे क्लिक करें.