1980 के दशक में नासा का भेजा हुआ एक सैटेलाइट, अपनी सेवाएं देने के बाद रिटायर होकर अंतरिक्ष का कचरा बन गया था.
38 सालों के बाद आखिरकार यह सैटेलाइट पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करके, बेरिंग सागर में गिर गया.
अर्थ रेडिएशन बजट सैटेलाइट (ERBS) नाम के इस विशालकाय अर्थ ऑब्ज़र्वेशन सैटेलाइट का वजन 2,450 किलो था.
सैटेलाइट ने बेरिंग सागर के ऊपर पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश किया था. वायुमंडल में प्रवेश करते ही इस सैटेलाइट के कुछ हिस्से जल गए.
ERBS सैटेलाइट इसलिए था ताकि यह अध्ययन किया जा सके कि पृथ्वी, सूर्य की ऊर्जा को कैसे अवशोषित और रेडिएट करती है.
सैटेलाइट ने पृथ्वी के स्ट्रैटोस्फीयर और वायुमंडल की अन्य चीजें, जैसे- जल वाष्प, एरोसोल और नाइट्रोजन ऑक्साइड का भी अध्ययन किया.
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