बिजली बल्ब के अंदर भरी होती है कौन सी गैस, जानते हैं आप?
चमचमाते बिजली बल्ब को देखकर कभी सोचा है कि इसके अंदर कौन सी गैस भरी होती है?
दरअसल, इस बल्ब में आम तौर पर आर्गन गैस भरी होती है. आर्गन ही क्यों, इसकी वजह बेहद खास है.
बिजली के बल्ब में रोशनी की वजह इसमें लगे टंगस्टन धातु के फिलामेंट का गर्म होकर जलना है.
आर्गन की जगह कोई दूसरी गैस होने पर टंगस्टन का क्षरण बेहद तेजी से होगा और बल्ब खराब हो जाएगा.
आर्गन गैस एक तरह से टंगस्टन के फिलामेंट के क्षरण को बेहद धीमा करके उसकी लाइफ बढ़ा देता है.
आर्गन गैस गर्म टंगस्टन के फिलामेंट को ऑक्सीजन के संपर्क में आकर जल्दी खराब होने से रोकता है.
टंगस्टन का इस्तेमाल फिलामेंट बनाने में इस्तेमाल होता है क्योंकि इसका गलनांक बेहद ज्यादा होता है.
ऐसे में बिजली के संपर्क में आकर बहुत ज्यादा गर्म होने के बावजूद टंगस्टन धातु खराब नहीं होता.
बल्बों के अंदर ऑर्गन के अलावा हीलियम, नियॉन, नाइट्रोजन और क्रिप्टॉन जैसे गैसों का भी यूज होता है.
बल्बों में इस्तेमाल होने वाले ऑर्गन समेत इन विभिन्न गैसों को अक्रिय गैस (inert gases) भी कहते हैं.
अक्रिय गैस उन्हें कहते हैं जो किसी तरह के रासायनिक क्रियाओं में भाग नहीं लेते हैं.