भारतीय सेना ने फैसला किया है कि वो चीन सीमा पर एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल हेलिना को तैनात करेगी.
इसकी खासियत है दागो और भूल जाओ. एक बार इसने दुश्मन के टारगेट को लॉक कर दिया तो तबाही पक्की है.
हेलिना नाम इसलिए क्योंकि यह हेलिकॉप्टर से दागी जाती है. यह दुनिया के बेहतरीन एंटी-टैंक हथियारों में से एक है.
इसमें 8 किलोग्राम वॉरहेड लगाकर बड़े से बड़े और खतरनाक टैंक, बंकर या बख्तरबंद वाहन को उड़ाया जा सकता है.
इसके गिरते ही दुश्मन का टैंक कंकाल में बदल जाएगा. इसमें सॉलिड प्रॉपेलेंट रॉकेट बूस्टर है, जो इसे उड़ने में मदद करता है.
वैसे तो इसका नाम हेलिना है, लेकिन इसे ध्रुवास्त्र भी कहते हैं. इसे नाग मिसाइल भी बुलाते थे. बाकी डिटेल्स नीचे चेक करें.