2 July 2024
Credit: DRDO
भारतीय रक्षा अनुसंधान संगठन (DRDO) ने ओडिशा के चांदीपुर स्थित आईटीआर से मिसाइलों का टारगेट बनने वाले यान 'अभ्यास' का छह बार लगातार परीक्षण किया है.
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टेस्ट में इस विमान की निगरानी टेलीमेट्री, रडार एवं इलेक्ट्रो ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम सहित विभिन्न ट्रैकिंग सेंसर की जांच की गई. इसकी लगातार उड़ान होती रहती है. ताकि मिसाइलों की टेस्टिंग की जा सके.
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'अभ्यास' 180 मीटर प्रति सेकेंड की गति से उड़ान भरता है. यानी एक सेकेंड में इतनी दूरी तय कर लेता है. यह अधिकतम 5 किलोमीटर की ऊंचाई हासिल कर लेता है.
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इसका इस्तेमाल एंटी-एयरक्राफ्ट वारफेयर प्रैक्टिस, सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों, जैमर प्लेटफॉर्म, डिकॉय, पोस्ट लॉन्च रिकवरी मोड जैसे मिशन में होता है.
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इस विमान के सारे हिस्सों ने तय लक्ष्य हासिल किए. यह स्वदेशी लक्ष्य विमान एक बार विकसित होने के बाद भारतीय सशस्त्र बलों के लिए HEAT की जरूरतों को पूरा करेगा.
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'अभ्यास' को डीआरडीओ के वैमानिकी विकास प्रतिष्ठान, बेंगलुरु ने डिजाइन किया है. इसका उत्पादन एजेंसियों - हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) और लार्सन एंड टुब्रो (L&T) ने किया है.
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इसकी सभी उड़ानें पूरी तरह से ऑटोमैटिक होती हैं. इसकी सटीकता और प्रभावशीलता को देखते हुए इसे फ़ोर्स मल्टीप्लायर करार दिया गया है.
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पिछले एक साल में इस यान के 10 डेवलपमेंटल उड़ानें हो चुकी हैं. इसे लैपटॉप से उड़ाया जा सकता है. यही वो यान है जो मिसाइल टेस्टिंग के दौरान उनका टारगेट बनता है.
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