इंसानी बालों से क्यों बनाए जा रहे डोरमैट? जानिए वजह
बेल्जियम की राजधानी ब्रसेल्स के नाई इन दिनों अपने कस्टमर के काटे गए बालों को एक एनजीओ को दे रहे हैं.
यह एनजीओ सारे बालों को जमा करती है. उसे एक खास मशीन में डालती है. मशीन के अंदर से चौकोर मैट्स निकल कर बाहर आते हैं.
असल में इंसानी बालों से बने ये डोरमैट तेल बहुत सोखते हैं. साथ ही हाइड्रोकार्बन्स को भी चिपका लेते हैं. इससे पर्यावरण को नुकसान नहीं होता.
एक किलोग्राम बाल 7-8 लीटर तेल और हाइड्रोकार्बन सोखता है. इन मैट्स को अगर गंदे पानी के रास्ते में रख दिए जाते तो सारी गंदगी ये सोख लेंगे.
इनका इस्तेमाल नदियों में बढ़ रहे औद्योगिक प्रदूषण को रोकने के लिए इस्तेमाल हो सकता है. यह डोरमैट लोकल लेवल पर बनाया जा सकता है.
इंसान का एक बाल अपने वजन से 1 करोड़ गुना ज्यादा वजन सोख सकता है. वैज्ञानिक इस आविष्कार से क्यों उत्साहित हैं, जानने के लिए क्लिक करें.