चीन के नेशनल स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन ने चैंगे-4 मिशन के तहत साल 2019 में चंद्रमा पर अपना यान भेजा था.
चैंगे-4 मिशन 3 जनवरी 2019 को चंद्रमा पर पहुंचा था.
इसका उद्देश्य चंद्रमा की भौगोलिक स्थिति का अध्ययन करना था.
चैंगे-4 के मून लैंडर के जरिए कपास और आलू के बीज भेजे गए थे.
हालांकि, उस दौरान सिर्फ कपास के पौधे को ही उगाने में सफलता मिली थी.
कपास को विशेष रूप से डिजाइन किए गए बायोस्फीयर के जरिए उगाया गया था.
पौधे सील किए हुए कंटेनर में उगाए गए थे.
तीन किलो वजनी और सात इंच लंबे इस कंटेनर को दक्षिण-पश्चिम चीन के चोंगकिंग विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों ने डिजायन किया था.
बीजों के साथ-साथ इस कंटेनर में पानी, मिट्टी, एक पोषक तत्व समाधान, हवा, एक छोटा कैमरा और डेटा ट्रांसमिशन सिस्टम जैसे उपकरण शामिल था.
पौधों के बढ़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली सूर्य की किरणों के लिए इसमें एक ट्यूब लगाया गया है. जिसके जरिये सूर्य की किरणें इसकेअंदर प्रवेश कर सकेंगी.