28 June 2024
Credit: PTI
ISRO पहली बार ऐसा प्रयोग करने जा रहा है, जो शायद कभी न हुआ हो. Chandrayaan-4 को अंतरिक्ष में भेजा जाएगा, लेकिन अलग-अलग टुकड़ों में.
Credit: PTI
इसके बाद उसे अंतरिक्ष में ही असेंबल किया जाएगा. ISRO चीफ सोमनाथ ने कहा कि जरूरी नहीं कि ये काम दुनिया में पहले न हुआ हो. लेकिन ISRO इसे पहली बार करेगा.
Credit: PTI
ISRO ने सारी प्लानिंग कर ली है. कौन सा हिस्सा कब लॉन्च होगा. इसके बाद कैसे उसे स्पेस में जोड़ा जाएगा.
Credit: PTI
फिर उसे कैसे चंद्रमा पर उतारा जाएगा. कौन सा हिस्सा वहीं रहेगा. कौन सा हिस्सा सैंपल लेकर वापस भारत लौटेगा.
Credit: PTI
इस मिशन से ISRO यह तकनीक और क्षमता भी हासिल कर लेगा जिससे वह भविष्य में स्पेस स्टेशन भी बना ले.
Credit: PTI
ISRO की कोशिश है कि 2035 तक भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन (BAS) बना ले और 2040 तक भारतीय को चंद्रमा पर भेज सके, वह भी अपनी तकनीक और क्षमता से.
Credit: PTI