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भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने चंद्रमा की सतह के ऊपर, सतह पर और सतह के 10 सेंटीमीटर नीचे तक का तापमान नापने के लिए विक्रम लैंडर में चास्टे नाम का यंत्र लगाकर भेजा है.
यह एक तरह का थर्मामीटर है. इस पेलोड का काम यही है कि वह चांद की सतह की गर्मी का ध्यान रखे. ISRO ने चास्टे की पहली रिपोर्ट जारी की है.
इस रिपोर्ट के मुताबिक, चास्टे ने चांद की सतह के ऊपरी हिस्से का तापमान जांचा है ताकि सतह का थर्मल बिहेवियर पता चल सके.
चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास मौजूद सतह का तापमान पहली बार लिया गया है. इस रिपोर्ट के मुताबिक, चांद की सतह पर तापमान 70 डिग्री सेल्सियस के बीच है.
इसरो वैज्ञानिक बीएचएम दारुकेशा ने बताया, 'हम सभी मानते थे कि सतह पर तापमान 20 डिग्री सेंटीग्रेड से 30 डिग्री सेंटीग्रेड के आस-पास हो सकता है, लेकिन यह 70 डिग्री सेंटीग्रेड है. यह आश्चर्यजनक रूप से हमारी अपेक्षा से अधिक है.'
वैज्ञानिक दारुकेशा ने बताया कि जब हम पृथ्वी के अंदर दो से तीन सेंटीमीटर जाते हैं, तो हमें मुश्किल से दो से तीन डिग्री सेंटीग्रेड भिन्नता दिखाई देती है, जबकि वहां (चंद्रमा में) यह लगभग 50 डिग्री सेंटीग्रेड भिन्नता है.
चास्टे को विक्रम साराभाई स्पेस सेंटर (VSSC) और अहमदाबाद की फिजिकल रिसर्च लेबोरेटरी (PRL) के साइंटिस्ट ने मिलकर बनाया है.