NASA के रोवर का कमाल, मंगल ग्रह पर जमा की 10 घंटे तक सांस लेने लायक Oxygen

12 Sept 2023

NASA के रोवर पर्सिवरेंस ने मंगल ग्रह पर ऑक्सीजन पैदा कर लिया है. उसके यंत्र मॉक्सी (MOXIE) ने 122 ग्राम ऑक्सीजन जेनरेट की है.

यह इतनी ऑक्सीजन है कि छोटा कुत्ता दस घंटे तक सांस ले सकता है. मॉक्सी का पूरा नाम है मार्स ऑक्सीजन इन-सीटू रेस्पॉन्स यूटिलाइजेशन एक्सपेरिमेंट.

मॉक्सी को नासा के मार्स पर्सिवरेंस रोवर में लगाकर साल 2019 में मंगल ग्रह पर भेजा गया था. यह साल 2021 में मंगल की सतह पर उतरा था.

तब से अब तक इसने कई 16 बार ऑक्सीजन जेनरेट किया है. सवाल ये उठता है कहां से. तो इस यंत्र ने मंगल ग्रह के वायुमंडल से ऑक्सीजन को जमा किया है.

अब नासा को यह उम्मीद हो गई है कि जब मंगल ग्रह पर पहले एस्ट्रोनॉट्स जाएंगे, तब उन्हें ऑक्सीजन की कमी का सामना नहीं करना पड़ेगा.

उसके पहले कई मिशन भेजकर मॉक्सी या उसके जैसे यंत्रों से पहले ही ऑक्सीजन बनाकर स्टोर कर लिया जाएगा. मॉक्सी एक ओवन के आकार का यंत्र है. 

इस यंत्र को मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) ने बनाया है. नासा के डिप्टी एडमिनिस्ट्रेटर पैम मेल रॉय ने कहा कि मॉक्सी ने गजब का काम किया है. उम्मीद से बहुत बेहतर.

यह बात भी पुख्ता हो गई है कि मंगल ग्रह के वायुमंडल से ऑक्सीजन निकाली जा सकती है. इससे हम भविष्य में एस्ट्रोनॉट्स को सांस दे सकते हैं, या फिर रॉकेट में प्रोपेलेंट के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं.

नासा हेडक्वार्टर में स्पेस टेक्नोलॉजी के मिशन डायरेक्टोरेट के डायरेक्टर ट्रूडी कोर्टेस ने कहा कि मॉक्सी ने मंगल ग्रह पर पूरा एक साल बिता लिया है. उसने वहां के बुरे मौसम को भी बर्दाश्त कर लिया है.

लेकिन इसने जो तकनीकी नॉलेज वैज्ञानिकों को दिए हैं, वो भविष्य में काम आने वाले हैं. यानी हम मंगल ग्रह पर मौजूद स्रोतों का इस्तेमाल करके भविष्य के मिशन को पूरा कर सकते हैं.