आषाढ़ कृष्ण पक्ष की एकादशी को योगिनी एकादशी कहा जाता है. ये एकादशी पापों से मुक्ति दिलाने के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है.
एक महीने में दो बार एकादशी पड़ती है, एक कृष्ण पक्ष की और दूसरी शुक्ल पक्ष की होती है.
इस बार योगिनी एकादशी का व्रत 14 जून, बुधवार को रखा जाएगा. इस दिन भगवान विष्णु के साथ मां लक्ष्मी की उपासना की जाती है.
आइए जानते हैं कि योगिनी एकादशी के दिन किन गलतियों से सावधान रहना है.
योगिनी एकादशी के दिन साफ सफाई का सबसे ज्यादा ध्यान रखना चाहिए. उस दिन सबसे पहले पूजा का स्थान स्वच्छ करना चाहिए.
इस एकादशी व्रत को दौरान झूठ नहीं बोलना चाहिए. ऐसा माना जाता है कि झूठ बोलने से मां लक्ष्मी नाराज हो जाती है.
इस दिन अपनी वाणी पर संयम रखना चाहिए. किसी के साथ भेदभाव नहीं करना चाहिए.
योगिनी एकादशी के दिन जरूरतमंदों व्यक्तियों की मदद करनी चाहिए. साथ ही दान जैसा शुभ कार्य भी करना चाहिए.
योगिनी एकादशी के दिन काले कपड़े नहीं पहनने चाहिए. इस दिन लाल और पीले रंग के वस्त्र पहनकर मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु का पूजन करना चाहिए.
योगिनी एकादशी के दिन ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए. साथ ही व्रती को भूमि पर भी सोना चाहिए.
योगिनी एकादशी के दिन तामसिक भोजन और मदिरा के सेवन से भी सावधान रहना चाहिए.