भगवान हमें क्यों नहीं दिखाई देते हैं? प्रेमानंद महाराज ने दिया ये जवाब

24 May 2025

aajtak.in

वृंदावन-मथुरा के मशहूर बाबा प्रेमानंद जी महाराज जीवन और अध्यात्म से जुड़े कई विषयों पर अपने उपदेश देते हैं.

वहीं, एक व्यक्ति भी प्रेमानंद महाराज के पास अपनी समस्या लेकर पहुंचा और उसने पूछा कि, 'हमें भगवान दिखते क्यों नहीं हैं.'

प्रेमानंद महाराज इसपर उत्तर देते हुए कहते हैं कि, 'हमारे नेत्रों में इतनी क्षमता नहीं है कि वो भगवान को देख सके.'

 'ये नेत्र त्रिगुण माया से बने हैं जो सतोगुण रजोगुण तमोगुण ही देख सकते हैं. और इन तीनों से बनी वस्तुएं को देख सकते हैं.'

आगे प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि, 'जब तक हमारे नेत्रों में प्रेम नेत्र नहीं आएगा तब तक हम भगवान को नहीं देख पाएंगे.'

'हृदय में जब प्रेम नेत्र खुलते हैं तो इन्हीं में ईश्वर का प्रकाश उत्पन्न होता है और उनसे फिर हम उन्हें देख पाते हैं.'

प्रेमानंद महाराज उदाहरण देते हुए कहते हैं कि, 'जैसे विराट रूप देखने के लिए भगवान ने अर्जुन की दृष्टि में दिव्य दृष्टि दी तो वो विराट रूप देख पाए.'

'जब तक हमारे हृदय में प्रेम नहीं होगा तब तक हम ईश्वर को नहीं देख पाएंगे. और प्रेम का प्रादुर्भाव तब होता है जब व्यक्ति नाम जप करें.'