27 Apr 2025
Aajtak.in
हिंदू धर्म शास्त्रों में पूजा-पाठ ही नहीं, बल्कि जीवन के हर कार्य के लिए नियम और सही समय का वर्णन किया गया है. इन्हीं नियमों का पालन करके हम घर में सुख-समृद्धि बनाए रख सकते हैं.
हिंदू परंपरा में घर की महिलाओं को 'गृहलक्ष्मी' कहा गया है. माना जाता है कि घर की खुशहाली और समृद्धि सीधे तौर पर महिला से जुड़ी होती है. ऐसे में महिलाओं को शास्त्रों द्वारा बताए गए नियमों का पालन अवश्य करना चाहिए.
इन्हीं नियमों में एक है बाल धोने के नियम और दिन जैसे कुछ खास दिनों पर बाल और नाखून कटवाने की मनाही होती है, वैसे ही कुछ दिन ऐसे भी हैं जब महिलाओं को बाल नहीं धोने चाहिए.
आइए शास्त्रों के अनुसार, जानते हैं कि महिलाओं को किस दिन बाल नहीं धोने चाहिए.
ज्योतिष के अनुसार महिलाओं को कभी भी भगवान शिव की पूजा के लिए समर्पित सोमवार, भगवान गणेश की पूजा के लिए समर्पित बुधवार और भगवान लक्ष्मीनारायण की साधना के लिए समर्पित गुरुवार के दिन भूलकर भी बाल नहीं धोना चाहिए.
हिंदू मान्यता के अनुसार, इन तीनों दिन बाल धोने पर अक्सर महिलाओं को दुख-दुर्भाग्य का सामना करना पड़ता है.
वास्तु शास्त्र के अनुसार, बुधवार और शुक्रवार का दिन बाल धोने के लिए सबसे शुभ होता है. इन दोनों दिन बाल धोने से धन-समृद्धि बढ़ती है, सुंदरता और आकर्षण बढ़ता है. वैवाहिक जीवन में प्रेम बढ़ता है. रविवार को भी बाल धो सकते हैं.
इसके अलावा अमावस्या, पूर्णिमा एवं एकादशी को भी सुहागिन स्त्रियों को बाल नहीं धोना चाहिए. इन दिनों में चंद्रमा उच्च या नीच स्थिति की में होता है. चूंकि चंद्रमा हमारे मन-मस्तिष्क पर असर डालता है. इन दिनों में बाल धुलने से मन पर बुरा असर पड़ता है.