16 June 2025
aajtak.in
हिंदू धर्म में पूजा-पाठ के कुछ खास नियम हैं, जिनका पालन करना बहुत ही जरूरी माना जाता है. और इन्हीं में से एक है मंदिर में प्रवेश करते समय घंटी बजाना.
जब भी लोग मंदिर जाते हैं और वहां से लौटते समय घंटी जरूर बजाते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि मंदिर से लौटते समय कभी भी घंटी नहीं बजानी चाहिए.
ऐसा माना जाता है कि जब कोई व्यक्ति मंदिर में घंटी बजाता है तो घंटी बजाने वाले व्यक्ति और आसपास के लोगों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है.
वास्तु शास्त्र के साथ-साथ स्कंद पुराण में भी इस बात का उल्लेख है कि मंदिर की घंटी 'ऊं' की ध्वनि समान होती है.
हिंदू धर्म में 'ऊं' की ध्वनि को शुद्ध और पवित्र माना जाता है. इसलिए, मंदिर में प्रवेश करते समय घंटी बजाने की खास परंपरा है.
अक्सर आपने देखा होगा कि कई लोग मंदिर से बाहर निकलते समय घंटी बजाते हैं. लेकिन ऐसा करना गलत माना जाता है. क्योंकि ऐसा करने से आप मंदिर की सकारात्मक ऊर्जा को मंदिर में ही छोड़ देते हैं और हम मंदिर से खाली हाथ निकल जाते हैं.
मंदिर में घंटी बजाते समय कुछ खास नियमों का अवश्य पालन करना चाहिए. घंटी एक या दो बार ही बजानी चाहिए, लगातार नहीं बजानी चाहिए.
इसके अलावा, घंटी बजाते समय किसी देवी- देवता के मंत्र या आरती का उच्चारण जरूर करना चाहिए. इससे आसपास का वातावरण पवित्र और शुद्ध रहता है.