22 June 2025
aajtak.in
मान्यता है कि यदि सच्चे मन से शिवलिंग पर जल चढ़ाया जाए तो महादेव जल्द प्रसन्न होते हैं और भक्त की हर मनोकामना जल्द ही पूरी करते हैं.
अक्सर लोग मंदिर में जाकर भगवान शिव की पूजा करते हैं, लेकिन अगर घर में ही विधि विधान के साथ शिवलिंग स्थापित करके रोजाना उसे जल अर्पित किया जाए, तो जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं.
ऐसा करने से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है, क्योंकि माना जाता है कि शिवलिंग पर जल चढ़ाने मात्र से भोलेनाथ प्रसन्न हो जाते हैं.
हालांकि, घर में शिवलिंग स्थापित करते समय कुछ विशेष वास्तु नियमों का पालन करना जरूरी होता है. ऐसे में आइए जानते हैं इन नियमों के बारे में.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शिवलिंग की जलधारी को उत्तर दिशा की ओर रखना चाहिए. साथ ही शिवलिंग पर जल अर्पित करते समय आपका मुख भी उत्तर दिशा की ओर ही होना चाहिए. ध्यान रखें कि घर में स्थापित शिवलिंग बहुत ज्यादा बड़ा ना हो.
सही दिशा का पालन करने से व्यक्ति की मनोकामना जल्द पूरी होती है और भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है.
भगवान शिव को जल चढ़ाने के लिए स्टील या प्लास्टिक के पात्र से जल अर्पित करना अशुभ माना जाता है. इसके बजाय तांबे या पीतल के लोटे का प्रयोग करें. साथ ही सीधे खड़े होकर नहीं बल्कि बैठकर या थोड़ा सा झुककर शिवलिंग का जल अर्पण करें.
मान्यताओं के अनुसार शिवलिंग पर कभी शिवलिंग पर कभी भी तुलसी, सेमल, जूही, कदंब, टूटे हुए चावल और केतकी के फूल ना अर्पित करें.