घर की ये दिशा बदल सकती है किस्मत, खुल जाएंगे तरक्की के द्वार

15 June 2025

aajtak.in

सनातन धर्म में वास्तु शास्त्र को बेहद खास माना जाता है. माना जाता है कि यदि घर में वास्तु नियमों के अनुसार किया जाए, तो जीवन में सुख-समृद्धि का वास होता है.

वास्तु शास्त्र के अनुसार, ऐसे कई काम हैं जिनको करने से व्यक्ति जीवनभर परेशानियों से घिर जाता है

वास्तु शास्त्र में दिशाओं का विशेष महत्व है. मान्यता है कि घर की चीजों को वास्तु के नियमों के अनुसार रखा जाए तो जीवन सुखमय रहता है.

ऐसे में आइए जानते हैं किस दिशा में किन चीजों का ध्यान रखने से जातक खुशहाल जीवन जी सकता है.

अगर घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा गंदा या खाली पड़ा हो, तो यह परिवार के मुखिया की निर्णय क्षमता पर असर डालता है. इससे घर में तनाव, अस्थिरता और कामों में रुकावट आती है. इस दिशा में भारी फर्नीचर या बुजुर्गों का कमरा रखना शुभ माना जाता है.

दक्षिण-पश्चिम दिशा

मान्यता है कि घर की उत्तर-पूर्व दिशा मानसिक शांति का स्रोत होती है. यदि यह हिस्सा अंधेरा से भरा हो, तो सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह रुक सकता है. शास्त्रों के अनुसार, यहां फव्वारा, मंदिर या जल से जुड़ी चीजें रखना लाभकारी होता है. 

उत्तर-पूर्व दिशा

पूर्व दिशा सूर्य की ऊर्जा का प्रतीक मानी जाती है. यहां शौचालय या रसोई होने से व्यक्ति की सामाजिक प्रतिष्ठा में गिरावट आ सकती है. यह दिशा हमेशा खुली, स्वच्छ और रोशनी से भरपूर होनी चाहिए.

पूर्व दिशा

इस दिशा में यदि अधिक खिड़कियाँ या दरवाजे हों, तो यह आर्थिक अस्थिरता और धन हानि का कारण बन सकता है. इसे अधिक बंद रखना शुभ फल देता है.

पश्चिम दिशा