वास्तु शास्त्र में किचन से संबंधित कई विशेष बातें बताई गई हैं. वास्तु में रोटी बनाने को लेकर भी कुछ नियम बताए गए हैं.
रोटी से जुड़े नियमों की अनदेखी करने वाले आर्थिक मोर्चे पर कभी संपन्न नहीं हो पाते हैं. इनके घर हमेशा दरिद्रता पसरी रहती है.
कुछ लोग हमेशा गिनकर रोटियां बनाते हैं. वास्तु में इसे गलत माना गया है. गिनकर रोटी बनाने से धन और सेहत दोनों पर बुरा प्रभाव पड़ता है.
वास्तु के जानकार कहते हैं कि रोटियां बनाते समय उन्हें कभी नहीं गिनना चाहिए. बल्कि हमेशा 4-5 रोटियां ज्यादा ही बनानी चाहिए.
वास्तु शास्त्र के अनुसार, पहली रोटी कभी घर के सदस्यों को नहीं देनी चाहिए. यह रोटी हमेशा गाय या कुत्ते को ही देनी चाहिए.
वास्तु के अनुसार, आपके घर में अतिथि के लिए भी रोटी होनी चाहिए. इसलिए हमेशा दो रोटी ज्यादा बनाएं.
घर आया मेहमान भगवान के समान होता है और हिंदू धर्म में भगवान को भोग लगाने की परंपरा है. इसलिए हमेशा 2 रोटी ज्यादा बनवाएं.
यदि घर में कोई मेहमान नहीं आता तो ये रोटी कुत्ते, बिल्ली या फिर पक्षियों को खिला दें. इससे मां अन्नपूर्णा की कृपा भी आप पर बनी रहेगी.
वास्तु के अनुसार, कभी भी बासी आटे की रोटियां नहीं खानी चाहिए. बासी रोटी का संबंध राहु से होता है.
बासी आटे से बनी रोटी पारिवारिक क्लेश का कारण बनती है. वहीं, ताजे आटे से बनी रोटी मंगल ग्रह को मजबूत बनाती हैं.