वास्तु टिप्स: उत्तर-पूर्व दिशा में भूलकर भी न रखें ये चीजें, रुक सकती है तरक्की

01 June 2025

aajtak.in

घर का हर कोना ऊर्जा का स्रोत होता है. वास्तु शास्त्र के अनुसार, किसी भी दिशा में रखी गई चीजें आपके जीवन पर गहरा असर डाल सकती हैं. 

खासकर घर की उत्तर-पूर्व दिशा यानी ईशान कोण को बेहद शुभ माना जाता है. यहां देवी-देवताओं का वास होता है और इसे पूजा स्थल के लिए सबसे उत्तम दिशा बताया गया है.

लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस दिशा में कुछ चीजें रखने से आपकी तरक्की रुक सकती है और रिश्तों में तनाव बढ़ सकता है? 

आइए जानते हैं कि उत्तर-पूर्व दिशा में कौन-सी चीजें बिल्कुल नहीं रखनी चाहिए.

उत्तर दिशा धन और समृद्धि की दिशा मानी जाती है. अगर आप यहां भारी सोफा, अलमारी या कोई बड़ा शोपीस रखते हैं, तो इससे सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह रुक जाता है. इससे जीवन में अड़चनें और आर्थिक परेशानियां आने लगती हैं.

भारी-भरकम सामान

कूड़ेदान में गंदगी होती है, जो नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देती है. इसे उत्तर-पूर्व में रखने से घर में वास्तु दोष पैदा होता है. बेहतर होगा कि कूड़ेदान को दक्षिण-पूर्व दिशा में रखें.

कूड़ेदान

जूते-चप्पल को अशुद्ध और नकारात्मक ऊर्जा का वाहक माना जाता है. इन्हें उत्तर दिशा में रखने से क्लेश, असंतोष और दुर्भाग्य का वातावरण बन सकता है. कोशिश करें कि इन्हें घर के मुख्य द्वार के पास निर्धारित स्थान पर रखें, लेकिन उत्तर-पूर्व में नहीं.

जूते-चप्पल

कभी भी ईशान कोण में टूटी तस्वीरें, टूटे बर्तन, घड़ी या अन्य खराब सामान न रखें. ये चीजें सकारात्मक ऊर्जा को बाधित करती हैं और घर में दरिद्रता का कारण बनती हैं.

टूटी-फूटी