22 June 2025
aajtak.in
हिंदू धर्म में वास्तु शास्त्र का विशेष महत्व है. मान्यता है कि वास्तु के नियमों का पालन करने से जीवन में सुख-समृद्धि का वास होता है.
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर का मुख्य द्वार सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है. मान्यता है कि ये द्वार सकारात्मक ऊर्जा, लक्ष्मी और सौभाग्य के प्रवेश का रास्ता होता है.
ऐसे में शास्त्रों के अनुसार, घर के मुख्य द्वार को लेकर वास्तु में कई नियम बताए गए हैं, जिनका पालन करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ जाता है.
मुख्य द्वार के ठीक सामने कूड़ादान या गंदगी नहीं रखनी चाहिए. यह नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है और घर में अशांति का कारण बन सकता है.
शास्त्रों के अनुसार, मुख्य द्वार के सामने बड़ा पेड़ या खंभा नहीं होनी चाहिए. यह सकारात्मक ऊर्जा को रोकता है. साथ ही, कांटेदार पौधे, जैसे कैक्टस भी दरवाजे के सामने नहीं होने चाहिए.
मुख्य द्वार के सामने भारी फर्नीचर नहीं रखना चाहिए. यह परिवार में तनाव और आर्थिक परेशानियों को जन्म दे सकता है. दरवाजे का रास्ता हमेशा साफ और खुला रखें, ताकि सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ सके.
मान्यता है कि मुख्य द्वार पर सूखे हुए पौधे रखने से घर में नेगेटिविटी का वास होता है. वास्तु शास्त्र के अनुसार, मुख्य द्वार पर मुरझाये हुए पौधों रखने से जीवन में आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.
घर के मुख्य द्वार पर बंदनवार जरूर लगाना चाहिए, इससे मां लक्ष्मी का घर में वास होता है. साथ ही गणेश भगवान की मूर्ति लगाने से घर में खुशियों का वास होता है.