11 May 2025
aajtak.in
हिन्दू धर्म में वैशाख पूर्णिमा का विशेष महत्व होता है. वैशाख पूर्णिमा के दिन दान-पुण्य करने का बहुत महत्व रहता है.
इस दिन भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना का विधान है. पूर्णिमा के दिन चंद्रदेव को अर्घ्य देना अत्यंत शुभ माना जाता है. साथ ही इस दिन पवित्र नदी में स्नान करने से सारे पाप धुल जाते हैं.
इस साल वैशाख पूर्णिमा 12 मई, सोमवार को मनाई जाएगी. शास्त्रों के अनुसार वैशाख पूर्णिमा के दिन कुछ गलतियों से बचना चाहिए.
वैशाख पूर्णिमा के दिन काले, नीले और डार्क कलर के कपड़े नहीं पहनने चाहिए. यह दिन शुभ माना जाता है और इस दिन गहरे रंग के वस्त्र पहनने से बचना चाहिए.
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, पूर्णिमा की तिथि एक सात्विक तिथि है. इसलिए इस दिन मांसाहार और मास मदिरा से दूर रहना चाहिए.
पूर्णिमा के दिन माता-पिता और बड़े-बुजुर्गों का मन, वचन और कर्म किसी भी प्रकार से दुर्व्यवहार और अपमान नहीं करना चाहिए. इससे देवता सहित पितर भी नाराज हो जाते हैं.
मान्यता के अनुसार, वैशाख पूर्णिमा के दिन हर तरह के बुरे और गंदे काम करने से बचना चाहिए. साथ ही, किसी जानवर या पशु को भी कष्ट नहीं पहुंचाना चाहिए.
शास्त्रों के अनुसार, वैशाख पूर्णिमा के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर श्रीहरि और माता लक्ष्मी की उपासना करनी चाहिए.