आने वाली है उत्पन्ना एकादशी, इस दिन तुलसी से जुड़ी न करें ये गलतियां

इस बार उत्पन्ना एकादशी 8 दिसंबर, शुक्रवार की है. हिंदू पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को उत्पन्ना एकादशी मनाई जाती है. 

कहते हैं कि मार्गशीर्ष माह की उत्पन्ना एकादशी भगवान कृष्ण की विशेष प्रिय मानी जाती है.

उत्पन्ना एकादशी के दिन श्रीहरि की उपासना करने से जातक के जीवन से सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं. 

कहते हैं कि उत्पन्ना एकादशी के दिन तुलसी से जुड़ी कुछ गलतियों से सावधान रहना चाहिए. तो आइए जानते हैं उन गलतियों के बारे में. 

एकादशी के दिन तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए. ऐसा करना से श्रीहरि और मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं. 

कहते हैं कि एकादशी के दिन माता तुलसी का निर्जला व्रत होता है इसलिए इस दिन तुलसी के पौधे में जल नहीं डालना चाहिए. 

उत्पन्ना एकादशी के दिन तुलसी की पूजा करते समय काले वस्त्रों को धारण न करें. साथ ही इस दिन तुलसी के आसपास गंदगी न रखें. 

हमेशा एकादशी से एक दिन पहले ही तुलसी तोड़ लें. लेकिन, तोड़ने से पहले ही तुलसी को प्रणाम अवश्य करें. 

भूल से भी एकादशी के दिन तुलसी को गंदे हाथों से स्पर्श न करें. ऐसा करने से मां लक्ष्मी रुष्ट हो जाती हैं.