18 Aug 2025
Photot: AI Generated
भारतीय संस्कृति में आरती केवल पूजा का हिस्सा नहीं, बल्कि ईश्वर के प्रति श्रद्धा और समर्पण का प्रतीक है.
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शास्त्रों में वर्णन मिलता है कि जब हम आरती को विशेष विधि से करते हैं, तो उसका फल हजारों गुना बढ़ जाता है.
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इसलिए तुलसी की लकड़ी से आरती करने की एक खास परंपरा रही है. तुलसी को मां लक्ष्मी का स्वरूप और भगवान विष्णु को प्रिय माना गया है.
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तुलसी की लकड़ी से जलाया गया दीप न केवल पवित्र होता है, बल्कि उसमें आध्यात्मिक शक्ति भी समाई रहती है.
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इसका प्रयोग बेहद ही सरल है. सबसे पहले तुलसी की लकड़ी लीजिए.
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उस पर रूई लगाकर उसे शुद्ध घी में भिगोइए. फिर उस पर हल्का सा कपूर लगाएं
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अब माचिस की तीली से उसे जला लें. अब इसी तुलसी की लकड़ी से आरती का दिया जलाइए.
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कहा जाता है कि इस प्रकार से की गई एक आरती का फल दस हजार आरतियों के बराबर होता है.
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