हर इंसान जीवन में आगे बढ़कर सफलता पाना चाहता है. लेकिन तीन मुश्किल पड़ाव उसकी कामयाबी के सबसे बड़े दुश्मन होते हैं.
आचार्य गौर गोपाल दास ने इन्हीं तीन दुश्मनों के बारे में बताया है, जिनसे जीतकर ही आप जीवन में कामयाबी हासिल कर सकते हैं.
इंसान का सबसे बड़ा दुश्मन है 'लोग क्या कहेंगे'. लोग हमारे बारे में क्या सोचते हैं, अगर ये भी हम सोचने लगेंगे तो फिर वो क्या सोचेंगे.
क्या कहेंगे लोग ही हमारा सबसे बड़ा रोग है. दूसरों से सलाह जरूर लें, लेकिन अपनी राय न भूल जाएं. दूसरों के शोर में अपनी आवाज न खोएं.
गोपाल दास कहते हैं कि अक्सर बुरे वक्त में हम अपनी किस्मत को कोसने लगते हैं. हम ये भूल जाते हैं कि बुरा वक्त भी एक दिन चला जाता है.
किस्मत के भरोसे रहने की बजाए मेहनत करते रहें. मेहनत एक इनवेस्टमेंट है जो अच्छा वक्त आने पर आपको फायदा जरूर देगी.
अपने मन से परफेक्ट लाइफ का वहम निकाल दें. एक आदर्श जीवन की कल्पना हर इंसान करता है, जहां सब सही हो. लेकिन ये संभव नहीं है.
सभी ख्वाहिशें अपने मन के हिसाब से पूरी नहीं होती हैं. कोई सपनों की खातिर अपनों से दूर रहता है तो कोई अपनों की खातिर सपनों से दूर रहता है.