24 June 2025
aajtak.in
हर व्यक्ति चाहता है कि भगवान का आशीर्वाद उसके साथ हमेशा बना रहे, जिसके लिए व्यक्ति प्रार्थना भी करता है.
वहीं, मथुरा-वृंदावन के जाने माने बाबा प्रेमानंद महाराज ने भी कई ऐसे लक्षणों और संकेतों के बारे में बताया है कि जिनसे ये पता चलेगा कि भगवान हमारे साथ हैं.
घोर अपराधी के प्रति गुस्सा न आना और उन्हें क्षमा करना यह श्रीहरी की कृपा और उनके साथ होने का लक्षण है.
अनुसूइया यानी किसी के सद्गुणों में दोष देखना या गुणों में दोष ढूंढना. यह हरी कृपापात्र में नहीं होता है. इन बातों से भक्त का मार्ग मजबूत होता है.
जिस पर भगवान की कृपा होती है वह व्यक्ति बाहर से और भीतर से पवित्र रहता है. उस व्यक्ति को शौच कार्य और बाहरी पवित्रता का ज्ञान होता है. उस व्यक्ति के मन में किसी तरह का छल कपट नहीं होता है.
जिसपर भगवान की कृपा होगी वह व्यक्ति अपने फायदे के लिए किसी सांसारिक कर्मों का अनुष्ठान नहीं करेगा.
अगर भगवान की कृपा होगी तो भक्त अपने भजन से अपने लिए कुछ नहीं मांगेगा. वह उस भजन-कीर्तन से दूसरों की सुख-शांति की कामना करेगा.
किसी भी व्यक्ति से संबंध न रखते हुए सबके साथ दया की भावना रखना भी भगवान के साथ होने का एक शुभ संकेत है. मन में किसी के लिए करुणा और मैत्री की भावना रखना एक अच्छे व्यवहार की निशानी माना जाता है.