28 apr 2025
aajtak.in
श्रीकृष्ण हिंदू धर्म के प्रमुख भगवान माने जाते हैं, जिन्हें भगवान विष्णु यानी श्रीहरि का आठवां अवतार माना जाता है.
श्रीकृष्ण को प्रेम, करुणा और शक्ति के प्रतीक का रूप माना जाता है. साथ ही, महर्षि वेदव्यास द्वारा रचित श्रीमद्भगवद्गीता और महाभारत में श्री कृष्ण के बारे में विस्तृत रूप से वर्णित है.
साथ ही, श्रीमद्भगवद्गीता तो वह ग्रंथ हैं जिसमें श्रीकृष्ण ने अर्जुन को जीवन से जुड़े महत्वपूर्ण उपदेश दिए हैं.
श्रीकृष्ण ने श्रीमद्भगवद्गीता में भक्ति और भक्तों के बारे में भी बताया है. वो कहते हैं कि भक्ति जब भी करो मन से करो. वो ये भी बताते हैं कि भक्त कितने प्रकार के हैं.
भक्त 4 प्रकार के हैं- अर्थ, अर्थार्थी, जिज्ञासु और ज्ञानी.
ये वो भक्त हैं जो भगवान को सिर्फ समस्या और परेशानी के समय ही याद करते हैं.
ये वो भक्त हैं जिन्हें कुछ चाहिए या उन्हें कोई स्वार्थ है, ये लोग तब भगवान को याद करते हैं.
ये वो भक्त हैं जिन्हें जानना है कि भगवान है कौन और रहते कहां हैं.
आखिरी वो हैं जो भगवान की हर आज्ञा का पालन करते हैं और भगवान को ही सबकुछ मानते हैं.