20 Mar 2025
aajtak.in
29 मार्च को साल का पहला सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है और ठीक उसके अगले दिन 30 मार्च को चैत्र नवरात्रि की शुरुआत होने जा रही है.
यानी सूर्य ग्रहण के दौरान चैत्र नवरात्रि की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत हो जाएगी. तो आइए जानते हैं कि नवरात्रि का घटस्थापना का क्या मुहूर्त रहेगा.
प्रतिपदा तिथि 29 मार्च को शाम 4:27 मिनट पर शुरू होगी और तिथि का समापन 30 मार्च को दोपहर 12:49 मिनट पर होगा. उदयातिथि के अनुसार, चैत्र नवरात्रि का शुभारंभ 30 मार्च से होगा.
कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त 30 मार्च को सुबह 6 बजकर 13 मिनट से लेकर यह मुहूर्त सुबह 10 बजकर 22 मिनट तक रहेगा.
अगर इस मुहूर्त में कलश स्थापना नहीं कर पाए हैं तो आप चाहे अभिजीत मुहूर्त में भी घटस्थापना कर सकते हैं. इस दिन अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:01 मिनट से लेकर 12:50 मिनट तक रहेगा.
कलश, मौली, आम के पत्ते, रोली, गंगाजल, सिक्का, गेंहू या अक्षत, मिट्टी का बर्तन, शुद्ध मिट्टी, गेहूं या जौ, मिट्टी पर रखने के लिए एक साफ कपड़ा, साफ जल, और कलावा, पीतल या मिट्टी का दीपक, घी, रूई बत्ती, रोली या सिंदूर, अक्षत आदि.
सुबह जल्दी उठें और स्नान करने के बाद स्वच्छ कपड़े पहनें. पूजा की थाल सजाएं. मां दर्गा की प्रतिमा को लाल रंग के वस्त्र में रखें. मिट्टी के बर्तन में जौ के बीज बोएं और नवमी तक प्रति दिन पानी का छिड़काव करें.
उसके बाद कलश की स्थापना करें. फिर कलश पर लाल कपड़ा लपेंटे और अब इसे मिट्टी के बर्तन के पास रख दें.