हमें ऐसा लगता है कि पूरी दुनिया में हम ही खुश नहीं हैं और सबकी जिंदगी अच्छी चल रही है.
दुख और निराशा को जीवन से खत्म करने के लिए हम खुशी की खोज में निकल जाते हैं. लेकिन, खुशी तो हमारे ही अंदर होती है.
यह खुशी जीवन को अच्छा बनाती है. साथ ही जीवन को सफल भी बनाती है.
लेकिन ऐसा क्या किया जाए जिससे किसी भी हालात में हम खुश रहें. हमारी खुशियों में कोई रुकावट न आए.
आइए कथावाचक जया किशोरी जी से जानते हैं वो आसान तरीके जिनसे आप खुश रह सकते हैं.
खुशी के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार है जीवन जीने का मकसद खोजना. जब आप ऐसा करते हैं तो आप केवल उन्हीं चीजों पर फोकस करते हैं जो आपके लिए वाकई मायने रखती हैं.
जो लोग खुश रहते हैं वो केवल उन्हीं बातों को याद रखते हैं जो उनके व्यक्तिगत विचारों और नजरिए को सकारात्मक रुख देती हैं. वो खुश रहने के बहाने तलाशते हैं.
अगर आपने जीवन में स्पष्ट कर रखा है कि आपको क्या चाहिए तो आप खुश रहेंगे. जब आपके लक्ष्य आपकी प्राथमिकताएं तय कर देते हैं तो आपको असल खुशी मिलती है.
अक्सर खुशी और दुख की वजह तुलना होती है. यह आपको हमेशा असंतुष्ट रखती है. जब किसी दूसरे से अपनी तुलना करते हैं तो हमें सबसे ज्यादा दुख होता है. इसलिए दूसरों से तुलना न करें.