23 Dec 2024
aajtak.in
मथुरा-वृंदावन के गुरुजी प्रेमानंद महाराज के पास हर कोई अपनी परेशानी या समस्या लेकर आता है, जिसका गुरुजी हल भी बताते हैं.
वहीं, प्रेमानंद महाराज ने ये भी बताया कि नाम जप तेजी से करना चाहिए या आराम आराम से करना चाहिए.
प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि, 'राधा-राधा नाम जप आराम से ही करना चाहिए. किसी गणना से ईश्वर थोड़ी प्रसन्न होते हैं.'
'इतनी तेजी से नाम जप करने से ईश्वर भी भाग जाते हैं और जितना आराम से एकाग्रता से नाम जप होगा वैसे ही ईश्वर आपकी इच्छा सुनेंगे. '
फिर प्रेमानंद महाराज कहते है कि, 'तेजी से नाम जप करने से मन भटक सकता है और एकाग्रता भंग हो सकती है.'
' वहीं, आराम से और ध्यानपूर्वक नाम जप करने से मन शांत होता है, एकाग्रता बढ़ती है, और आत्मा को शांति और आनंद की अनुभूति होती है. '
आगे प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि, ' 1000 बार तेजी से जाप करना या धीमे धीमे 100 बार जाप करने में बहुत ही अंतर होता है.'
' क्योंकि ध्यान पूर्वक 100 बार राधा बोलना 1000 बार के बराबर है इसलिए धीमे धीमे ही नाम जप करें.'