'जब थैलों पर भगवान के चित्र देखता हूं तो बुरा लगता है...' प्रेमानंद महाराज ने दिया जवाब

16 MAR 2025

aajtak.in

अक्सर लोग शादी के कार्ड या बिजनेस के लिए अपने थैलों वगैरह पर भगवान की तस्वीरें छपवा देते हैं.

वहीं, मथुरा-वृंदावन में प्रवचन देने वाले प्रेमानंद महाराज ने भी बताया कि कार्ड या थैले वगैरह पर भगवान की तस्वीरें छपवानी चाहिए या नहीं. 

इस पर प्रेमानंद महाराज बोले कि, ' थैलों, शादी से जुड़ी वस्तुओं या ब्याह के कार्ड वगैरह पर भगवान के चित्र या तस्वीरों का इस्तेमाल न करें.'

'शादी के कार्ड पर सीधे लड़की लड़के का नाम, तिथि या दिनांक ही लिखवाना चाहिए.'

आगे प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि, 'शादी के कार्ड पर भगवान की छवि, भगवान शिव माता पार्वती का ब्याह रूप, राधे श्याम जी का ब्याह रूप, सिया राम जी का ब्याह रूप नहीं छपवाना चाहिए. क्योंकि कार्ड को प्रयोग के बाद फेंक दिया जाता है.'

'इसी से विकृति फैल रही है. कुछ लोग अपने प्रचार-प्रसार के लिए बिहारी जी, आचार्यों, भगवान का पोस्टर लगवा देते हैं. और फिर कुछ समय बाद पुराना पोस्टर फाड़कर दूसरा पोस्टर लगाकर उन्हें नाली में फेंक देते हैं. दरअसल स्वार्थ ने बुद्धि को भ्रष्ट कर दिया है.'

'कई बार लोग झोलों पर राधे श्याम लिखवा देते हैं और उसमें जूते चप्पल भर देते हैं तो ऐसे में न लेने वाला समझ रहा है और न देते वाला समझ रहा है.'

'वहीं लोग खंडित मूर्तियों को फेंक देते हैं और त्योहार पर जाकर फिर खरीद लाते हैं तो लोगों की मानसिक विकृत है.'

'ऐसे में कर्ता को भी पाप लगेगा, प्रेरक को भी पाप लगेगा और अनुमोदन को भी पाप लगेगा.'